त्रिपुरा। पूर्वोत्तर के तीन राज्यों – त्रिपुरा में 16 फरवरी को तथा मेघालय और नागालैंड में 27 फरवरी को विधानसभा मतदान संपन्न हुए थे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री के कुशल मार्गदर्शन में भारतीय जनता पार्टी ने इस चुनावी समर में फतह कायम कर लिया है। तीनों ही राज्यों में विधानसभा सीटों की संख्या 60 है। जहाँ त्रिपुरा में मोदी-शाह की सरकार को जनता का पूर्ण बहुमत मिला है, वहीं नागालैंड में नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसवि पार्टी और भारतीय जनता पार्टी की गठबंधन को समर्थन मिला है। मेघालय में त्रिशंकु विधानसभा है, जहाँ गठबंधन के आसार हैं। मोदी के नेतृत्व और अमित शाह के मार्गदर्शन में त्रिपुरा और नागालैंड में भाजपा को शानदार जीत मिली है। बता दें कि वामपंथ का गढ़ त्रिपुरा में 2018 तक भारतीय जनता पार्टी की सियासी स्थिति ना के बराबर थी। वामपंथ के उस किले को मोदी-शाह की तिलिस्मी जोड़ी ने चलो पलटाई के नारे के साथ उखाड़ फेंका और शून्य से शिखर तक का सफर तय किया, जो आज भी बरकरार है।
पिछले पाँच साल में मोदी जी के नेतृत्व में अमित शाह ने जहाँ अपनी कुशल रणनीतियों से आतंकी सोच वाली कम्युनिस्ट के कैडर सिस्टम, उनके अत्याचार और बम धमाकों की गूँज को खत्म कर पूरे पूर्वोत्तर में शांति स्थापित की, वहीं शिक्षा से लेकर सड़क तक हर एक क्षेत्र में पूर्वोत्तर को विकास की राह पर आगे बढ़ाया है। एनएलएफटी के साथ समझौता, ब्रू और रियांग जनजाति के 40,000 लोगों के पुनर्वास की व्यवस्था, 9,000 से अधिक उग्रवादियों के सरेंडर का मामला, बोडो समस्या का समाधान, कार्बी-ओंग्लोंग का शांति समझौता और नागा शांति वार्ता – ऐसे तमाम समस्याओं का समाधान प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारतीय राजनीति की दशा और दिशा को बदल कर रख देने वाले अमित शाह की रणनीतियों की वजह से संभव हो सका है। आज पूर्वोत्तर विकास के मार्ग पर अग्रसर है। यदि भारतीय राजनीति में मोदी फैक्टर का अपना जादू है तो उनके नेतृत्व में किसी भी चुनाव में वोट बटोरने के लिए अमित शाह का नाम ही काफी है । अमित शाह ने अपनी रणनीतियों से देश के उन राज्यों में भी भाजपा को मजबूत स्थिति में ला दिया है, जहाँ एक वक्त में भाजपा की स्थिति कमजोर थी। 2018 के पूर्व उग्रवाद के साये में पल रहे पूर्वोत्तर और 2018 के बाद शांति व विकास के पथ पर अग्रसर पूर्वोत्तर चाणक्य नीति की सफलता और सुशासन की बानगी पेश कर रहा है।
sudha jaiswal