लखनऊ। एकीकृत निक्षय दिवस के अवसर पर किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय लखनऊ के तत्वावधान में शुक्रवार को सरोजनीनगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम आयोजित किया गया। केजीएमयू की कम्युनिटी मेडिसिन विभागाध्यक्ष व सरोजनीनगर पीएचसी प्रभारी अधिकारी प्रोफेसर मोनिका अग्रवाल के निर्देशन और सरोजनीनगर पीएचसी प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. नीरज कुमार गुप्ता की मौजूदगी में आयोजित कार्यक्रम के दौरान डॉ. नीरज कुमार गुप्ता ने बताया कि टीबी मरीजों को गोद लेने की प्रक्रिया एक सामुदायिक सहयोग प्रदान करने के क्रम में एक सराहनीय कदम है। उन्होंने कहा कि क्षय रोगी के लिए नियमित दवा सेवन के साथ पौष्टिक आहार का सेवन भी बहुत जरूरी होता है। कार्यक्रम में केजीएमयू कम्युनिटी मेडिसिन के असिस्टेंट प्रोफेसर प्रो. प्रशांत बाजपेई ने बताया कि टीबी के लक्षणों को पहचानना बहुत जरूरी है। यदि 2 हफ्ते या अधिक समय तक खांसी या बुखार बना रहे, वजन में लगातार कमी हो, रात में पसीना आए या शरीर के किसी अंग में लगातार दर्द हो तो स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर टीबी की जांच अवश्य कराना चाहिए। वहीं डॉ. अतुल वर्मा ने बताया कि निक्षय पोषण योजना के तहत इलाज के दौरान रोगियों के बैंक खाते में 500 रुपये सीधे भेजे जाते हैं। उन्होंने बताया कि सक्रिय टीबी खोज अभियान के अंतर्गत 22 फरवरी से 3 मार्च 2023 तक कुल 18 मरीज खोजे गए। लगभग 53 हजार की आबादी को कवर किया गया। जिसमें प्रत्येक भ्रमण करने के लिए 4 पर्यवेक्षक और 20 टीमों ने कार्य किया। उन्होंने बताया कि 16 मरीजों को पोषण पोटली प्रदान की गई। इस कार्यक्रम में डॉ. देवाशीष मुखर्जी, डॉ. वसीम शाह, वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक रत्नेश कुमार यादव, टीबीएचबी विनय सिंह, एलटी महावीर प्रसाद, माला वर्मा, सतीश चंद यादव, राकेश कुमार शर्मा, मनीष यादव, अमित कुमार, सेवा संकल्प फाउंडेशन के एडवोकेट महेंद्र सिंह और ज्ञान प्रकाश पांडेय सहित कई अन्य लोगों ने हिस्सा लिया।
sudha jaiswal