औरिया। हस्तशिल्प निमार्ता कंपनी लिमिटेड 67 गायत्री पुरमए कुर्सी रोड लखनऊ (उ0प्र0) द्वारा एक दिवसीय सेमिनार-जागरूकता कार्यक्रम-2022-2023का आयोजन विकास आयुक्त वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली के सहयोग से सोमवार को सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक स्थान-बालाजी गेस्ट हाउस बिधूना औरिया (उ0प्र0) में किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अपर निदेशक , वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार तथा डा0 आर0 बी0 सिंह (निदेशक), औरिया हस्तशिल्प निमार्ता कंपनी लिमिटेड लखनऊ के कर कमलों द्वारा शुभारम्भ किया गया। कंपनी के निदेशक डा0 आर0 बी0 सिंह ने मुख्य अतिथि व अतिथियों का पुष्प माला पहनाकर स्वागत किया। इस अवसर पर कंपनी के निदेशक डा0 आर0 बी0 सिंह इस आयोजन के बारे में अवगत कराते हुए हस्तशिल्पियों को बताया कि यह वर्कषॉप/सेमिनार-जागरूकता कार्यक्रम उनके कार्य प्रोडेक्शन, डिजाइन, मार्केटिग प्रणाली को बढ़ाने हेतु आयोजित की गयी हैं जिसमें 50 हस्तशिल्पियों को टी0ए0 व डी0ए0 भी दिया गया।
संस्था द्वारा समय-समय पर वस्त्र मंत्रालय के सहयोग से यह कार्यशाला आयोजित कि जाती रहेगी और हस्तषिल्पियों को वस्त्र मंत्रालय की अन्य लाभ की योजनाओं के बारे में अवगत कराया जाता रहेगा और वस्त्र मंत्रालय की योजनाओं लाभ उन्हें दिलाया जाता रहेगा। संस्था के कार्यकर्ता नुर आलम ने कार्यशला में आये हुये हस्तशिल्पियों को जागरूकता किट वितरण किया और उनके हस्तशिल्प कार्ड, बैंक विवरण व आधार कार्ड लेने के उपरान्त सभी के उपस्थिति रजिस्टर में हस्ताक्षर कराये गये। संस्था की डिजाइनर हर्षिता श्रीवास्तव ने वर्कषॉप में हस्तशिल्पियों को अपने हैडीक्राफ्ट आइटम की नई-नइ डिजाइन जो मार्केट में फैसन को बढ़ावा देती हैं संस्था द्वारा समय-समय पर वस्त्र मंत्रालय के सहयोग से यह कार्यशाला आयोजित कि जाती रहेगी और हस्तशिल्पियों को वस्त्र मंत्रालय की अन्य लाभ की योजनाओं के बारे में अवगत कराया जाता रहेगा और वस्त्र मंत्रालय की योजनाओं लाभ उन्हें दिलाया जाता रहेगा। संस्था के जी0एस0टी विषेशज्ञ सुनील कुमार ने वर्कषॉप में हस्तशिल्पियों को अपने हैडीक्राफ्ट आइटम किस जी0एस0टी0 रेट में आता है उसकी सही जानकारी दी गयी और बिक्री के समय बिल पर सही जी0एस0टी0 रेट लगाया जाए जिससे सरकारी रेवन्यू बड़ सके। संस्था के वित्तीय विषेशज्ञ जितेंद्र सिंह , ने हस्तषिल्पियों को जानकारी दी कि जो हस्तशिल्प अपने प्रोडक्षन की बिक्री मार्केट में या जेम-र्पोटल या आनलाइन के द्वारा बिक्री करते है उसका पूरा पैसा बैंक खाते में प्राप्त करे और जो भी भुगतान जैसे-कच्चा माल खरीदना, लेबर का भुगतान, ट्रांसपोटेषन का भुगतान सभी बैंक से करे जिससे आय और सभी व्यय करने के बाद जो बचें वो उसका षुद्ध लाभ पता चल सके। संस्था के सामाजिक विषेशज्ञ संदीप सिंह ने वर्कशॉप में हस्तशिल्पियों को जानकारी दी कि जो हस्तशिल्प अपने कार्य प्रोडक्शान, डिजाइन, मार्केटिग प्रणाली को बढ़ाने हेतु समय-समय पर वस्त्र मंत्रालय के सहयोग से यह कार्यशाला आयोजित कि जाती हैं हस्तशिल्पियों को वस्त्र मंत्रालय की अन्य लाभ की योजनाओं के बारे में अवगत कराया और वस्त्र मंत्रालय की योजनाओं लाभ पाने के लिए उन्हें हस्तशिाल्प कार्ड वस्त्र मंत्रालय से बनवा ले जिससे वस्त्र मंत्रालय की योजनाओं लाभ पा सके।