पुरानी पेंशन योजना के लिए भरी हुंकार
लखनऊ। बीएन सिंह की 20वीं पुण्यतिथि पर राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के बैनर तले प्रदेश के समस्त जनपदों में श्रद्धांजलि अर्पित की गई। लखनऊ में जिलाध्यक्ष अमिता त्रिपाठी के नेतृत्व में कर्मचारी प्रेरणा स्थल बीएन सिंह की प्रतिमा स्थल पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन हुआ। इसमें कर्मचारियों द्वारा भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। सभा का संचालन सुभाष चन्द्र तिवारी, जिलामंत्री ने किया। श्रृद्धांजलि सभा में वक्ताओं ने एक बार फिर पुरानी पेंशन बहाली के लिए हुंकार भरते हुए प्रदेश व्यापी नही बल्कि देश व्यापी वृहद आन्दोलन पर सहमति जताई।
कर्मचारी नेता स्व. बीएन सिंह की पुण्यतिथि के अवसर पर कर्मचारियों ने परिषद के प्रांतीय संस्थापक बीएन सिंह को शिद्दत से याद किया। कहा वह कर्मचारियों के सच्चे हितैषी रहे हैं। श्रद्धांजलि में बीएन सिंह के जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला। वक्ताओं ने कहा कि बीएन सिंह आजीवन कर्मचारियों की लड़ाई लड़ते रहे। उन्होंने अपने सहकर्मियों की कीमत पर कभी समझौता नहीं किया। हर कर्मचारी को बीएन सिंह के प्रेरक कार्यो से सबक लेते हुए अपने हितों के लिए संघर्ष करते रहना चाहिए। इसके लिए एकजुटता का होना भी आवश्यक है। कर्मचारी एकता को बनाए रखना सभी का कर्तव्य है। इस बूते हर लड़ाई जीती जा सकती है। हम सभी को बीएन सिंह के बताए रास्ते पर चलते हुए संगठन की मजबूती बनाए रखना होगा। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद, उ0प्र0 जनपद शाखा लखनऊ द्वारा आयोजित किया गया कार्यक्रम, जिलाधिकारी, लखनऊ आवास के सामने प्रेरणा स्थल जो कर्मचारियों के पुन्य धाम के रुप में स्थापित है वहां पर बाबू बीएन सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम प्रारम्भ किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप शिवबरन सिंह यादव, प्रान्तीय महामंत्री,परिषद, उपस्थित रहे। उन्होने बाबू बी.एन. सिंह द्वारा कर्मचारियों की मांगों के सम्बन्ध में किये गये संघर्षो के विषय में बताया कि बाबू बी.एन. सिंह द्वारा अपने पूरे जीवन को कर्मचारियों की मांगो के लिये ही समर्पित किया और आज उसी का ही परिणाम है कि प्रदेश के कर्मचारी व शिक्षक केन्द्र के बराबर वेतन व अन्य लाभ प्राप्त कर रहे है। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता़ जिला शाखा लखनऊ की अध्यक्ष अमिता त्रिपाठी द्वारा यह शपथ दिलायी गई की जब तक पुरानी पेंशन बहाल नहीं होगी,तब तक कर्मचारियों एवं शिक्षकों का आन्दोलन निरन्तर प्रान्तीय नेतृत्व के नेतृत्व में चलता रहगा।
sudha jaiswal