पुरानी पेंशन के मुद्दे पर केन्द्रीय व राज्य कर्मचारी एकजुट, आज मुख्यालयों पर बड़ा प्रदर्शन
लोकसभा चुनाव में कर्मचारी शिक्षक समाज का बड़ा मुद्दा
लखनऊ। पुरानी पेंशन बहाली के मुद्दे को लेकर व्यापक रणनीति बनाई है। आन्दोलन को धार देने के लिए रेलवे, डाक, आयकर, पासपोर्ट, सहित सैकड़ोें विभाग के सेवा संगठनों ने मिलकर 21 जनवरी को नई दिल्ली में एक राष्ट्रीय सम्मेलन में पुरानी पेंशन बहाली के लिए आन्दोलन की रूपरेखा बनाई थी। नई पेंशन योजना वापस लेने एवं पुरानी पेंशन व्यवस्था की बहाली के लिए पुरानी पेंशन योजना बहाली संयुक्त मंच के बैनर तले राष्ट्र व्यापी आन्दोलन का निर्णय लिया जा चुका है। इसी क्रम में 21 मार्च को जनपद मुख्यालयों पर प्रदर्शन किया जा रहा है। लखनऊ में यह प्रदर्शन कर्मचारी प्रेरणा स्थल डीएम आवास के सामने किया जाएगा।
राज्य कर्मचारियों, शिक्षको ने एक साथ मिलकर अब केन्द्रीय कर्मचारी संगठनों को भी अपने साथ प्रेस वार्ता में केन्द्रीय कर्मचारी संगठन रेलवे के आरके पाण्डेय, परिषद से हरिकिशोर तिवारी, शिवबरन सिंह यादव, ने बताया कि 2004 से नव परिभाषित अंशदान पेंशन योजना से पूरे कर्मचारी, शिक्षक समाज का भविष्य अंधकार मय हो गया है। कई बार उच्च स्तरीय बैठक पर नई पेंशन योजना का हर स्थिति में विरोध दर्ज कराया गया लेकिन सरकार ने अब तक ध्यान नही दिया। परिणाम स्वरूप एक राष्टÑव्यापी मंच का गठन कर पुरानी पेंशन बहाली के लिए एक निर्णायक आन्दोलन की शुरूआत की जा रही है। पोस्टल आर्डर के शत्रुहन यादव ने पुरानी पेंशन के मामले में सरकार का ध्यान आकृषित कराते हुए कहा कि कर्मचारी शिक्षक समाज को हर हाल में पुरानी पेंशन बहाली चाहिए। परिषद के अध्यक्ष हरिकिशोर तिवारी ने कर्मचारियों और शिक्षक के फण्ड का पैसा शेयर बाजार में लगाए जाने का पुरजोर विरोध करते हुए इससे होने वाले नुकसान की जानकारी दी। 21 मार्च में देश भर के सभी जनपद मुख्यालयों में प्रदर्शन के साथ मंच द्वारा सितम्बर तक क्रमवार आन्दोलन जारी रखा जाएगा।