सीएम योगी और उपमुख्य मंत्री ब्रजेश पाठक व उपमुख्य मंत्री केशव प्रसाद मौर्य नामाकंन में रहे मौजूद रहे
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में खाली हुई 2 विधान परिषद सीटों पर भाजपा के उम्मीदवार पदमसेन चौधरी और मानवेंद्र सिंह ने नामांकन कराया। बता दें कि बहराइच के पूर्व सांसद पद्मसेन चौधरी भाजपा के नेता हैं। पिता रूद्रसेन चौधरी जनसंघ और फिर भाजपा के सांसद रहे थे।

कुंवर मानवेंद्र सिंह सीएम योगी के करीबी नेता माने जाते हैं। वह यूपी विधान परिषद के कार्यकारी सभापति रहे हैं। वह 2 बार के एमएलसी भी रह चुके हैं। 1980 में वह झांसी का भाजपा जिलाध्यक्ष रहे। इसके बाद 1985 में पहली बार भाजपा के टिकट पर विधानसभा का चुनाव लड़े और विधायक बने। इस दौरान वह बीजेवाईएम के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे। सीएम योगी ने इन्हें बुंदेलखंड डेवलपमेंट बोर्ड का चेयरमैन बनाया था। इस चुनाव के होने को कारण हम आप को बता दें कि लक्ष्मण आचार्य को सिक्किम का राज्यपाल होने के कारण उन्होंने विधान परिषद सदस्य पद से 15 फरवरी को इस्तीफा दे दिया था। वहीं बनवारी लाल दोहरे का निधन हो गया था। एमएलसी की यह दोनों ही सीटें उत्तर प्रदेश विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र की हैं। लक्ष्मण प्रसाद आचार्य का कार्यकाल 30 जनवरी 2027 तक था, वहीं बनवारी लाल दोहरे का कार्यकाल छह जुलाई 2028 तक था। विधान सभा के 403 विधायकों में से 255 विधायक अकेले भाजपा के हैं। जबकि भाजपा गठबंधन की 273 सीटें हैं। एमएलसी उपचुनाव में जीत के लिए 202 विधायकों के मतों की ही जरूरत है। ऐसे में दोनों ही सीटों पर भाजपा की जीत तय है। बता दें कि गुरुवार को भाजपा प्रत्याशियों के साथ सीएम योगी आदित्यनाथ और उपमुख्य मंत्री ब्रजेश पाठक व उपमुख्य मंत्री केशव प्रसाद मौर्य नामाकंन में रहे मौजूद रहे।
sudha jaiswal