दानपत्र के मामले में फर्जीवाड़ा होने पर तहसीलदार व लेखपाल होंगे जिम्मेदार-सूर्यपाल गंगवार
लखनऊ।दान पत्र के माध्यम से धारा 34 में दाखिल खारिज करने के लिए जितने भी प्रकरण न्यायालय में आ रहे है उन सभी का तहसीलदार व लेखपाल सत्यापन करेंगे।लेखपाल दानकर्ता के घर जा कर वास्तविकता की जांच करेंगे इस दौरान लेखपाल दानकर्ता से लिखित अनुमति प्राप्त करते हुए वीडियोग्राफी भी कराकर पत्रावली में लगाएंगे।दान पत्र के माध्यम से होने वाले फर्जीवाड़े में तहसीलदार और लेखपाल की सीधे ज़िम्मेदारी तय की जाएगी।
जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने सोमवार को मलिहाबाद सम्पूर्ण समाधान दिवस की अध्यक्षता करते हुए सख्त निर्देश देते हुए कहा कि सभी अधिकारी जनता की शिकायतों का निस्तारण त्वरित एवं समयबद्ध तरीके से एक सप्ताह में करना सुनिश्चित करें और अगर निस्तारण में कोई समस्या है तो कारण स्पष्ट करते हुए अवगत कराएंगे।यदि संज्ञान में आया कि निस्तारण की गुणवत्ता से शिकायत कर्ता संतुष्ट नही है या निस्तारण में लापरवाही बरती गयी है तो सम्बन्धित के विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही की जायेगी।
डीएम ने बताया कि पांचों तहसीलों में कुल 239 प्रकरण आए और 55 का मौके पर निस्तारण कराया गया।तहसील मलिहाबाद में कुल 81 प्रकरण प्राप्त हुये,जिसमें से 28 प्रकरणों का निस्तारण मौके पर ही कर दिया गया।उन्होंने बताया कि सदर में 10 में से 2 बीकेटी में 45 में से 18 मोहनलालगंज में 67 में से 07 प्रकरण का मौके पर निस्तारण कराया गया। सरोजनीनगर में 36 में प्रकरण आए।
इसके पश्चात डीएम ने तहसील परिसर में आईसीडीएस विभाग के पोषण स्टॉल अवलोकन किया व एक महिला की गोदभराई तथा दो बच्चों का अन्नप्राशन करवाया।इस दौरान उन्होंने दो आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को सम्मानित भी किया।
इस अवसर पर एसीपी मलिहाबाद अनिंद्य विक्रम सिंह,एसडीएम मलिहाबाद प्रज्ञा पाण्डेय,तहसीलदार मलिहाबाद विजय कुमार सिंह सहित सम्बन्धित विभागों के जिम्मेदार मौजूद रहे।
sudha jaiswal