मायावती ने कार्यकर्ताओं से गांव-गांव बैठक कर बसपा का जनाधार बढ़ाने की बात कही
भतीजे आकाश आनंद के कंधे पर हाथ रखकर दी शाबाशी
लखनऊ। बसपा प्रमुख मायावती ने बुधवार को लखनऊ में बैठक की। मायावती ने कार्यकर्ताओं से गांव-गांव बैठक कर बसपा का जनाधार बढ़ाने की बात कही। वहीं पिछली बैठकों में दिए गए निर्देशो की प्रगति रिपोर्ट की गहन समीक्षा के बाद मिली कमियों को दूर करने का भी निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि सभी कार्यकर्ता पूरे मन, तन धन से लोकसभा चुनाव में जुट जाए। यह 2024 की तैयारियों के लिए थी।

सूत्रों के मुताबिक बुधवार की इस मीटिंग में एक और खास चीज देखने को मिला इसमें मायावती भतीजे आकाश आनंद के कंधे पर हाथ रखकर शाबाशी दे रहीं थी। मायावती के मीटिंग हॉल में पहुंचने पर पार्टी के बड़े नेताओं की मौजूदगी में आकाश उनका अभिवादन करते हैं, तो मायावती पास बुलाती हैं।
फिर उनका कंधा थपथपाती हैं। मीटिंग में भतीजे आकाश आनंद ,भाई आनंद कुमार और पूर्व मंत्री सतीश चंद्र मिश्रा की कुर्सी अलग लगाई गई। इसके साथ ही बसपा के इकलौते विधायक उमा शंकर सिंह भी उसी लाइन में बैठे थे।

इस दौरान मायावती ने कहा, भाजपा की जातिवादी और साम्प्रदायिक राजनीति और द्वेष पूर्ण अराजकता से सभी दुखी और त्रस्त है। इस चलते भाजपा अपना प्रभाव ही नहीं, बल्कि अपना जनाधार भी लगातार खो रही है। यह प्रक्रिया आगे जारी रहने वाली है। जिससे लोकसभा चुनाव में एकतरफा न होकर काफी दिलचस्प व देश की राजनीति को नया करवट देने वाला साबित होगा।
मायावती ने कहा, लोकसभा चुनाव में अकेले लड़ने के लिए तैयार हो जाए। मायावती ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की तरह भाजपा की कथनी व करनी में जमीन-आसमान का अन्तर है। इनके शासन में लोगों की आमदनी अठन्नी व खर्च रुपया हो गया है। इसके चलते लोगों को परिवार का पालन-पोषण करने में कठिनाई हो रही है। इसका आने वाले लोकसभा चुनाव में प्रभाव दिखाई देगा।

मीटिंग में मायाबती ने बताया कि पहले के चुनाव में पार्टियों से हुए गठबंधन पार्टी को फायदा होने के बजाय नुकसान हुआ, क्योंकि इरढ का वोट गठबंधन करने वाली दूसरी पार्टी को ट्रांसफर हो गया। लेकिन दूसरी पार्टियां अपना वोट उम्मीदवार को ट्रांसफर कराने की सही नीयत नहीं रखती है। इसके साथ ही न ही उनके पास क्षमता है।
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