लखनऊ। पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मण्डल के मण्डल रेल प्रबन्धक आदित्य कुमार के अध्यक्षता में सोमवार को मण्डल रेल प्रबन्धक कार्यालय के सभागार में मुख्य परियोजना प्रबन्धक/गतिशक्ति राघवेन्द्र कुमार एवं शाखाधिकारियों की उपस्थिति में रेल संचालन के सूत्र वाक्य संरक्षा प्रथम, सदैव और अंत तक के सम्बन्ध मे एक संरक्षा संवाद का आयोजन किया गया।
संरक्षा संवाद में डीआरएम ने अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में कहा कि रेल संरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने ट्रेन परिचालन तथा मेंन्टेनेंस स्टॉफ के साथ उनकी रोजमर्रा के कामकाज में आने वाली दिक्कतों, अन्य विभागों के साथ समन्वय से संबंधित मुद्दे, नियमावली के उपयोग आदि पर चर्चा की तथा उपस्थित अधिकारियों एवं सुपरवाइजरों से संवाद स्थापित करते हुए उनसे कार्य की स्थिति में तथा ट्रेन संचालन में समग्र संरक्षा में सुधार के लिए सुझावों पर सार्थक विमर्श किया। इसके उपरांत डीआरएम ने सुरक्षित एवं संरक्षित रेल संचलन में अपने उत्तरदायित्वों का निर्वाह्न एवं कर्मठ व अमूल्य योगदान प्रदान करने के लिए संरक्षा से जुड़े 8 कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र एवं नगद पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया। डीआरएम ने कहा कि हमारे रेल कर्मी विषम परिस्थितियों में रेल संचालन का कार्य करते है, जिसके लिए उनकी लगन व जज्बे को सम्मान प्रदान करने तथा उनके मनोबल को ऊॅचा करने के लिए उन्हें पुरस्कृत किया गया है। उन्होंने कर्मचारियों को डियूटी के प्रति उनकी कर्तव्य निष्ठा, लगन व परिश्रम के लिए उनका आभार व्यक्त किया तथा बधाई दी।
संरक्षा पुरस्कार से नवाजे गए रेलकर्मी
संरक्षा पुरस्कार प्राप्त करने वाले कर्मचारियों में आरपीएफ के लखनऊ जॅक्शन के नारायण सिंह कान्सटेबल, रामचेत मिश्रा उप निरीक्षक, सत्येन्द्र कुमार यादव हेड कान्सटेबल, रमेश यादव कान्सटेबल, इसके अलावा सुशील कुमार सिंह स्टेशन मास्टर मसकनवॉ, संजय कुमार ट्रैक मेन्टेनर गोरखपुर, लाला भइया स्टेशन अधीक्षक गोण्डा तथा आफताब आलम ट्रेन मैनेजर मेल गोरखपुर उपस्थित थे।
sudha jaiswal