एक से 25 मई के बीच इंटरसेप्टर की मदद से 683 वाहनों के कटे चालान
लखनऊ। राजधानी के शहीद पथ की सड़कों पर 80 किलोमीटर प्रति घंटे से चलने वाले वाहन अपनी क्षमता से डेढ़ गुना तेज रफ्तार में फरार्टा भरते कैमरे में कैद हुए है। जिनकी अधिकतम रफ्तार 120 किलोमीटर घंटे मापी गई है। इस खुलासा इंटरसेप्टर वाहन में लगे इलेक्ट्रानिक उपकरण से हुआ है। ऐसे 683 वाहन सवार बीते एक मई से 25 मई के बीच दौड़ते मिले है। जिनके खिलाफ दो-दो हजार रुपये चालान की कार्रवाई की गई है।
रात में सबसे ज्यादा तेज रफ्तार वाहन मिले
शहीद पथ पर रात के समय सबसे ज्यादा तेज रफ्तार दौड़ते मिले है। इस सड़क पर वाहन चालकों की मनमानी इस कदर उजागर हुई है कि कमता चौराहे से कानपुर रोड के बीच 24 किलोमीटर के सफर को वाहन सवार 120 किलोमीटर के रफ्तार में मात्र 11 मिनट में पूरा कर रहे है। जोकि सड़क हादसे का सबब बन रहे है।
शहीद पथ पर ढाई लाख से ज्यादा ट्रैफिक लोड
शहीद पथ पर रोजाना बाइक से लेकर कार और भारी वाहनों के गुजरने वाला ट्रैफिक ढाई लाख से ज्यादा है। इस सड़क पर अयोध्या, सुलतानपुर, रायबरेली और कानपुर रोड से ट्रैफिक आवागमन करता है।
एक साल में तेज रफ्तार में 53 हादसे, सात की मौत
सड़क सुरक्षा सेल से मिले आकड़ों पर नजर डाले तो शहीद पथ पर एक अप्रैल से 31 मार्च के बीच 53 सड़क हादसे तेज रफ्तार वाहनों की वजह से हुए। इन हादसों में सात की मौत हुई तो 18 के हाथ-पैर टूट गए। वहीं 30 से ज्यादा वाहन सवारों को हल्की चोटें आई।
वर्जन
शहीद पर वाहनों की रफ्तार इंटरसेप्टर वाहन में लगे उपकरण से मापी गई है। यहां पर अधिकतम वाहनों की रफ्तार 120 किलोमीटर पाई गई। ऐसे वाहन के खिलाफ दो-दो हजार चालान की कार्रवाई की गई।
सिद्धार्त यादव, एआरटीओ प्रवर्तन द्वितीय, लखनऊ
sudha jaiswal