उत्तर प्रदेश की तेल कंपनियों द्वारा कुल 22000 कार्यक्रमों व गतिविधियों का आयोजन किया गया
लखनऊ। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय द्वारा इंडिया हैबिटेट सेंटर में सोमवार को आयोजित समारोह में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री रामेश्वर तेली, द्वारा पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के सचिव पंकज जैन, तथा इंडियन आयल के अध्यक्ष श्रीकांत माधव वैद्य की गरिमामयी उपस्थिति में संजीव कक्कड़, राज्य स्तरीय समन्वयक, तेल उद्योग (उत्तर प्रदेश) और इंडियन आयल के कार्यकारी निदेशक व राज्य प्रमुख को सक्षम-2022 के अंतर्गत पेट्रोलियम पदार्थो के संरक्षण तथा हरित एवं स्वच्छ ईंधन को बढ़ावा देने के लिए राज्य की तेल कंपनियों के अधिकतम और उत्कृष्ट प्रयासों को देखते हुए बड़े राज्यों की श्रेणी में उत्तर प्रदेश को राज्य स्तरीय समन्वयक (एसएलसी) का दूसरा पुरस्कार प्रदान किया गया है। यह निश्चित रूप से उत्तर प्रदेश और यहाँ के तेल उद्योग के लिए गर्व का विषय है।
इस अवसर पर बात करते हुए पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री रामेश्वर तेली ने पेट्रोलियम और प्राकृतिक मंत्रालय की शून्य कार्बन उत्सर्जन सुनिश्चित करने और जलवायु परिवर्तन के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में योगदान देने के लिए प्रतिबद्धता को दोहराया।
इंडियन आॅइल अध्यक्ष ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि इंडियन आयल के पहल जिसमे पुर्न नवीनीकरण प्लास्टिक से वर्दी तैयार हो रही है को बहुत सराहा जा रहा है, इसके परिणामस्वरूप कार्बन फुटप्रिंट 79 प्रतिशत कम होगा।
गौरतलब है कि सक्षम-2022 के दौरान तेल उद्योग, उत्तर प्रदेश को कुल 6000 पर्यावरण संरक्षण से संबन्धित कार्यक्रमों व गतिविधियों का आयोजन करना था, उत्तर प्रदेश की तेल कंपनियों द्वारा कुल 22000 कार्यक्रमों व गतिविधियों का आयोजन किया गया। इनमें से अकेले लखनऊ में ही लगभग 7000 कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था। इस प्रतिष्ठित पुरस्कार को प्राप्त करने से यह साबित हो गया है कि नेट जीरो कार्बन एमिशन की ओर आगे बढ़ाने की दिशा में जिस पेट्रोलियम क्षेत्र को सबसे बड़ी रुकावटों में से एक माना जा रहा था वह प्रधानमंत्री की 2070 तक भारत को नेट जीरो की ओर ले जाने की प्रतिबद्धता के साथ पूरे उत्साह और संकल्प के साथ खड़ा है।
sudha jaiswal