सड़क सुरक्षा पखवाड़ा में चालकों व परिचालकों का ब्रेथ एनालाईजर डिवाइस से औचक निरीक्षण किया जाएगा
लखनऊ। सड़क सुरक्षा पखवाड़ा में प्रदेश के परिवहन राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार दयाशंकर सिंह ने बताया कि सुरक्षित एवं सुगम यातायात के लिए सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के निमित्त जनमानस को यातायात के नियमों एवं सुरक्षा मानकों के प्रति जागरूकता लाने के लिए 17 से 31 जुलाई तक सड़क सुरक्षा पखवाड़ा मनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस दौरान चालकों/परिचालकों का ब्रेथ एनालाईजर डिवाइस के माध्यम से डिपो/कार्यशाला एवं मार्ग पर औचक निरीक्षण किया जाएगा, जिससे कि यात्रा के दौरान कोई दुर्घटना इत्यादि ना हो।

परिवहन मंत्री ने परिवहन निगम की समस्त बसों की तकनीकी जाँच कराकर ही बसों को आउटशेड कराया जाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही यह भी निर्देश दिए हैं कि निगम एवं अनुबन्धित बसों की हैड लाइट, बैक लाइट, इन्डीकेटर, रियर व्यू मिरर,एसएलडी एवं सीट बेल्ट की चेकिंग की जाय एवं बसों का स्पीड कन्ट्रोल डिवाइस से जांच भी की जाय। सड़क सुरक्षा परिवहन मंत्री ने कहा कि चालकों के ड्राइविंग लाइसेन्स की जांच एवं क्रू की वर्दी की जाँच के साथ ही निगम एवं अनुबन्धित बसों में रिफ्लेक्टिव टेप अवश्य लगा होना चाहिए। उन्होंने कहा कि चालकों को रात्रि में बस संचालन के दौरान हेडलाइट के हाईबीम/लोबीन के प्रयोग के सम्बन्ध में जानकारी दिया जाय। परिवहन मंत्री ने निर्देश दिए हैं कि सड़क सुरक्षा माह में चालकों/परिचालको की काउन्सलिंग की जाय। साथ ही उन्होंने चालक/परिचालकों को नशा न करने हेतु प्रेरित किये जाने के लिये भी कॉउंसलिंग करने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा अभियान के दौरान क्षेत्रीय प्रबन्धक तथा सेवा प्रबन्धक भी कम से कम तीन-तीन डिपो में कार्यक्रम सुचारू रूप से संचालित कराने में सहयोग प्रदान करेंगे। परिवहन मंत्री ने सड़क सुरक्षा माह का प्रचार-प्रसार सभी बस स्टेशनों पर एलईडी टीवी, ध्वनि विस्तारक यंत्र एवं बसों में स्थापित साउण्ड बॉक्स के माध्यम से किये जाने एवं महिलाओं की सुरक्षा का संदेश प्रसारित किये जाने के निर्देश दिए हैं। परिवहन मंत्री ने परिचालक द्वारा यात्रियों को बस यात्रा के दौरान रखी जाने वाली सावधानियां जैसे चलती बस में शरीर का अंग बाहर न निकालने, चलती बस से चढ़ने व उतरने का प्रयास न करने, सहयात्रियों के साथ अच्छा व्यवहार करने एवं महिलाओं का सम्मान अवश्य करें जैसे निर्देश दिए गए हैं। साथ ही सड़क सुरक्षा सभी चालको की स्वास्थ्य जांच एवं आंखों की जांच कराने के भी निर्देश दिए हैं।
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परिवहन निगम मुख्यालय पर एक अत्याधुनिक कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर की भी स्थापना होगी: परिवहन मंत्री
बसों में एकीकृत वैहिकल ट्रैकिंग एवं यात्री सूचना प्रणाली के लिए जापान की संस्था को कायार्देश निर्गत
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार दयाशंकर सिंह ने बताया कि निर्भया योजना के अन्तर्गत उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की बसों की एकीकृत वैहिकल ट्रैकिंग एवं यात्री सूचना प्रणाली क्रियान्वित किये जाने हेतु जापान की अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त संस्था मै० एनईसी को कायार्देश निर्गत किया गया है। उन्होंने बताया कि इस प्रणाली के माध्यम से परिवहन निगम की समस्त बसों में वैहिकल लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस तथा पैनिक बटन स्थापित किये जायेगें।
परिवहन मंत्री ने बताया कि इस परियोजना के अन्तर्गत निगम के 100 मुख्य बस स्टेशनों पर बड़े साइज के एलईडी डिसप्ले पैनल तथा यात्री उद्घोषणा तंत्र की स्थापना भी की जायेगी। उन्होंने बताया कि निगम के 20 क्षेत्रों में रीजनल मॉनीटरिंग सेन्टर एवं परिवहन निगम मुख्यालय पर एक अत्याधुनिक कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर की भी स्थापना होगी। परिवहन मंत्री ने बताया कि इस परियोजना के क्रियान्वयन से यात्रियों को निगम बसों की लोकेशन की सटीक जानकारी उपलब्ध होगी। उन्होंने बताया कि बस स्टेशनों पर सेवाओं के सम्बन्ध में समस्त महत्वपूर्ण जानकारियों यथा वाहनों का शिड्यूल, आवागमन की स्थिति, विलम्ब की स्थिति इत्यादि बड़ी एलईडी डिसप्ले स्कीन्स एवं पब्लिक अनाउसमेंट सिस्टम के माध्यम से तथा मोबाइल पर मोबाइल एप के माध्यम से सुलभ होगी।
दयाशंकर सिंह ने बताया कि निगम बसों में 10 पैनिक बटन स्थापित किये जायेगें, जिनको किसी आकस्मिकता की स्थिति में प्रेस किये जाने पर क्षेत्रीय स्तर पर एवं मुख्यालय स्तर पर कन्ट्रोल एवं कमाण्ड सेन्टर में 24 घंटे मानीटर करते हुए आवश्यक कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने बताया कि इस तकनीक के माध्यम से प्रदेश के लोगों को काफी सहूलियत होगी और आवागमन में आसानी होगी।
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