जन समस्याओं का समयबद्ध और गुणवत्ता पूर्ण तरीके से निस्तारण करें : मंडलायुक्त
लखनऊ। सरोजनीनगर तहसील में शनिवार को आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब ने अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। संपूर्ण समाधान दिवस की अध्यक्षता कर रही मंडलायुक्त ने समाधान दिवस का शिकायत निस्तारण रजिस्टर चेक किया तो कई शिकायतें ऐसी मिली कि बिना पुष्टि किए ही उनका निस्तारण दर्शा दिया गया था। इस दौरान बीते संपूर्ण समाधान दिवस की रास्ते में लगी निर्माण सामग्री को हटाने के लिए रजिस्टर में अंकित एक शिकायत पर जब उन्होंने एसडीएम से निस्तारित होने की बात पूछी तो वह सही जवाब देने के बजाय कंफर्म करने की बात कहने लगे। एसडीएम की इस बात पर मंडलायुक्त भड़क गई और उन्होंने कहा कि शिकायत निस्तारण की बिना पुष्टि किए ही रजिस्टर में आख्या प्रस्तुत करना गलत है।

संपूर्ण समाधान दिवस में मंडलायुक्त ने कहा कि सरकार की मंशा के अनुरूप जन समस्याओं का त्वरित निस्तारण करना प्राथमिकता में है और इसी वजह से तहसील व थानों में संपूर्ण समाधान दिवस आयोजित किए जा रहे हैं। पिछले संपूर्ण समाधान दिवस की ज्यादातर शिकायतें अभी तक निस्तारित ना हो पाने से नाराज मंडलायुक्त ने मौजूद अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वह आमजन की शिकायतों का एक सप्ताह के भीतर गुणवत्तापूर्ण और समयबद्ध तरीके से निस्तारण करना सुनिश्चित करें। साथ ही यदि किसी प्रकार की समस्या आती है तो उसका कारण स्पष्ट करते हुए अवगत कराएं। मंडलायुक्त ने अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए अवैध कब्जे व अवैध निर्माण को तत्काल रोकने के आदेश दिए। उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देशित किया कि संपूर्ण समाधान दिवस में प्राप्त शिकायतों का वह मौके पर जाकर निस्तारण कराएं। साथ ही मंडलायुक्त ने कहा कि अगर शिकायतकर्ता निस्तारण की गुणवत्ता से संतुष्ट नहीं है या निस्तारण में किसी भी प्रकार की लापरवाही बरती गई तो संबंधित के खिलाफ दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी। इस दौरान मंडलायुक्त ने सरोजनीनगर तहसील में मौजूद संपूर्ण समाधान दिवस के शिकायत निस्तारण रजिस्टर और पिछले संपूर्ण समाधान दिवस में आने वाले अधिकारियों के उपस्थिति रजिस्टर की बारीकी से जांच की। मंडलायुक्त ने अधिकारियों को फटकार लगाते हुए अवैध कब्जा करने वालों के खिलाफ तत्काल कार्यवाही करने के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि इसमें अगर किसी प्रकार की लापरवाही बरती गई तो संबंधित अधिकारी को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। साथ ही उन्होंने जमीनों की पैमाइश समय से कराने के अलावा ऐसी जमीनों पर हो रहे अवैध निर्माण तो तत्काल रोकने के आदेश भी दिए।
सरोजनीनगर तहसील में शनिवार को आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस के दौरान पुलिस से संबंधित 10, राजस्व से संबंधित 66, विकास से संबंधित 10 और समाज कल्याण की 2 शिकायतों के अलावा अन्य 19 शिकायतों सहित कुल 107 शिकायतें दर्ज हुई। जिसमें से मौके पर राजस्व विभाग की सिर्फ एक शिकायत का ही निस्तारण किया जा सका। जबकि शेष अन्य शिकायतों के लिए संबंधितों को एक सप्ताह के भीतर निस्तारित करने के आदेश दिए गए हैं।
sudha jaiswal