सीआरएस स्पेशल 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ी
लखनऊ। पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मण्डल के दोहरीकरण परियोजना के अंतर्गत गुरुवार को सुंधियामऊ-तहसील फतेहपुर-पैंतीपुर स्टेशनों के मध्य किमी 22 रेलखंड का दोहरीकरण एवं 25,000 वोल्ट एसी क्षमता के नई विद्युतकर्षण लाइन युक्त रेल खण्ड का संरक्षा परीक्षण रेल संरक्षा आयुक्त, पूर्वी परिक्षेत्र, मोहम्मद लतीफ खान एवं पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण) एससी श्रीवास्तव, मुख्य विद्युत इंजीनियर/निर्माण ओपी सिंह, मुख्य सिगनल इंजीनियर नीरज गुप्ता, मुख्य इंजीनियर/टीपी संदीप कुमार तथा लखनऊ मंडल के मंडल रेल प्रबन्धक आदित्य कुमार समेत मंडल व निर्माण संगठन के अधिकारी की उपस्थिति में निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के दौरान रेल संरक्षा आयुक्त ने सर्वप्रथम पैंतीपुर रेलवे स्टेशन पर दोहरीकृत एवं विद्युतीकृत रेल खण्ड के मानक के अनुरूप सेफ्टी अभिलेखों, यार्ड प्लान, स्टेशन वर्किंग रूल, प्लेटफार्म क्लियरेंस, पॉइंट क्रासिंग, सिगनलिंग, बर्थिंग ट्रैक बैलास्ट, फाउलिंग मार्क, पैनल इन्टरलॉकिंग, बैटरी रूम, रिले रूम आदि की संरक्षा परखी तथा स्टेशन मास्टर से संरक्षा संबंधी प्रश्न पूछकर संरक्षा कार्य कुशलता परखी । इसके पश्चातत रेल संरक्षा आयुक्त अधिकारियों के साथ 11.00 बजे मोटर ट्राली से पैंतीपुर-तहसील फतेहपुर रेल खण्ड स्टेशनों के मध्य दोहरीकरण एवं विद्युतीकृत के निमित्त बनी नई लाइन के संरक्षा निरीक्षण के लिए रवाना हुए। इस दौरान स्टेशनों के मध्य स्टेशन यार्ड पर पॉइंट एवं क्रॉसिंग का संरक्षा निरीक्षण किया तथा दोहरीकृत/विद्युतीकृत रेल खण्ड की कार्य प्रणाली के अनुरुप सभी गेट मैनो की कार्यशीलता एवं संरक्षा सजगता को परखा। निरीक्षण के उपरान्त अधिकतम गति से दोहरीकृत विद्युत लाइन पर विद्युत इंजन युक्त स्पेशल ट्रेन से इस स्पीड ट्रायल के दौरान सीआरएस स्पेशल 120 किमी प्रति घंटे की अनुमेय गति से सुंधियामऊ-तहसील पैंतीपुर स्टेशनों के मध्य चलाई गई। रेल संरक्षा आयुक्त द्वारा निरीक्षण के दौरान सुंधियामऊ-पैंतीपुर के मध्य गति परीक्षण सफल रहा।
sudha jaiswal