नई बसें संचालन के पहले लखनऊ समेत 17 शहरों में तीन माह तक सर्वे होगा
लखनऊ। लखनऊ के आसपास की कालोनियों से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक ई बसें चलाने की कार्य योजना नगरीय परिवहन ने तैयार की गई है। जेएनएनयूआरएम के तहत संचालित 260 सीएनजी सिटी बसें शहर से बाहर होंगी। इनकी उम्र 15 साल पूरी होने जा रही है। इन बसों को एक साल के भीतर 25-25 की संख्या में नीलाम की जाएगी। इनके स्थान पर 325 नई इलेक्ट्रिक सिटी बसें चलेंगी। इसके लिए आम लोगों तक ई बसों की सुविधा पहुंचाने के लिए लखनऊ में सर्वे होगा। यह सर्वे नगरीय परिवहन निदेशालय की ओर से एक निजी कंपनी करेंगी। निजी कंपनी दो महीने के भीतर सर्वे रिपोर्ट देगी।
शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक सर्वे होगा
लखनऊ समेत 17 नगर निगमों 1525 नई ई बसें चलाने की मंजूरी शासन ने दे दी है। इसी क्रम में लखनऊ के हिस्से में 325 शामिल की गई है। यह बसें कहां चलेंगी, किन-किन रूटों पर चलेंगी, किन रूटों पर दैनिक यात्रियों की संख्या ज्यादा है। इन सभी बिंदुओं पर सर्वे कराया जाएगा। ताकि लखनऊ के हर हिस्सों पर इलेक्ट्रिक बसों की सेवाएं पहुंच सके।
इन रूटों पर जल्द शुरू होगा सर्वे
कैसरबाग से आमानीगंज
कैसरबाग से महगवारा
कैसरबाग से ब्रह्म विद्यालय
17 शहरों में 1525 ई बसें चलाने की कार्य योजना तैयार
लखनऊ समेत 17 नगर निगमों के लिए 1500 नई बसें खरीदी जाएगी। इन बसों को तीन से चार माह में खरीद लिया जाएगा। इनमें लखनऊ में 325 बसों के अलावा कानपुर में 150, आगरा में 150, मेरठ में 120, बनारस में 130, प्रयागराज में 130, मथुरा में 40, गाजियाबाद में 90, बरेली में 50, अलीगढ़ में 50, मुरादाबाद में 50, गोरखपुर में 40, झांसी में 30, सहारनपुर में 25, शाहजहांपुर में 20, अयोध्या में 25 व फिरोजाबाद में 25 ई बसें चलेंगी।
नई इलेक्ट्रिक बसें खरीदने की मंजूरी मिल है। तीन से चार महीने में बसें आ जाएगी। इसके पहले लखनऊ समेत 17 नगर निगमों में ई बसों की जरूरत पर सर्वे कराया जाएगा। ताकि आम जनता तक ई बसों सुविधाएं पहुंच सके।
sudha jaiswal