कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने ब्रिटेन की कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में स्पीच दिया है। कांग्रेस नेता ने मंगलवार को दिए स्पीच में भारत में विपक्षी पार्टियों, नेताओं और लोकतांत्रिक संस्थाओं की समस्याओं का जिक्र किया। राहुल ने कहा, ‘मेरे फ़ोन की जासूसी होती है। विपक्ष के नेताओं के खिलाफ केस दर्ज किये जाते हैं। भारत में विपक्षी नेताओं को हमेशा दबावों को झेलना पड़ता है।
राहुल ने कहा, ‘बड़े पैमाने पर राजनीतिक नेताओं के फ़ोन में पेगासस है। मेरे फोन में भी पेगासस था। मुझे इंटेलिजेंस अफसरों ने बुलाकर कहा था कि आप फोन पर जो भी कुछ कहें, बेहद सतर्क होकर रहें, क्योंकि हम इसे रिकॉर्ड कर रहे हैं। जो हम महसूस करते हैं।
राहुल गाँधी ने आगे कहा, ‘विपक्ष के खिलाफ केस दर्ज किये जाते हैं। मेरे खिलाफ कई क्रिमिनल केस दर्ज किये गये, जो कि अपराधिक नहीं थे। जब देश में मीडिया और लोकतांत्रिक ढांचे पर इस तरह का हमला हो रहा हो, तो विपक्ष के तौर पर आपके लिए लोगों से बात करना मुश्किल हो जाता है।
लोकतंत्र के लिए ज़रूरी ढांचे आज विवश: राहुल गांधी
राहुल ने कहा, ‘लोकतंत्र के लिए ज़रूरी ढांचा संसद, स्वतंत्र प्रेस, न्यायपालिका होते हैं। आज यह सब विवश होते जा रहे हैं। इसलिए हम भारतीय लोकतंत्र के मूल ढांचे पर हमले का सामना कर रहे हैं। भारतीय संविधान में भारत को राज्यों का संघ बताया गया है। उस संघ को बातचीत की जरूरत है। यह वह बातचीत है जो खतरे में है। आप देख सकते हैं तस्वीर जो संसद भवन के सामने की है। विपक्ष के नेता कुछ मुद्दों पर बात कर रहे थे और उन्हें जेल में डाल दिया गया। ऐसा 3 या 4 बार हुआ है। जो हिंसक था।’
भारत जोड़ो यात्रा के बारे में बताते हुए राहुल गांधी ने कहा, ‘भारत जोड़ो यात्रा के दौरान एक अनजान आदमी मेरे पास आया। उसने कहा कि वह मुझसे बात करना चाहता है। उसने पूछा कि क्या मैं सच में लोगों की समस्याएं सुनने के लिए आया हूं। उसने आसपास के कुछ लोगों की ओर इशारा करते हुए कहा कि वे सभी आतंकवादी हैं। मुझे लगा कि मैं मुश्किल में हूं क्योंकि आतंकवादी मुझे मार डालेंगे, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया क्योंकि यह सुनने की शक्ति है।’

भाजपा ने जताया ऐतराज
राहुल के इस बयान पर भाजपा ने ऐतराज जताया है। केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा,’राहुल विदेश की धरती पर भारत को बदनाम कर रहे हैं। पेगासस जासूसी कहीं और नहीं, बल्कि राहुल के दिल और दिमाग में हुआ है। उनकी क्या मजबूरी थी जो अपना फोन नहीं जमा करवाया। ऐसा उनके फ़ोन में क्या था। एक के बाद एक हार को वे पचा नहीं पा रहे हैं। जिस तरह से वे विदेश की धरती पर, कभी विदेशी दोस्तों के जरिए भारत को बदनाम करते रहते हैं, इससे ये सवाल उठता है कि कांग्रेस का एजेंडा क्या है?
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पहले भी राहुल दे चुके हैं ऐसे भाषण
इससे पहले राहुल गाँधी मई 2022 में कैंब्रिज यूनिवर्सिटी गए थे। यहां पर उन्हें आईडियाज फॉर इंडिया विषय पर बोलना था। इस दौरान राहुल गांधी ने कहा था कि मोदी सरकार देश की संवैधानिक संस्थाओं जैसे संसद और चुनाव आयोग को उनका काम नहीं करने दे रहे हैं। भाजपा ने उनके इस बयान पर ऐतराज जाहिर किया था। सवाल पूछा था कि देश के प्रधानमंत्री पर विदेश में ऐसा बयान क्यों दिया?
राहुल ने अपना फोन जांच के लिए क्यों नहीं दिया: अनुराग ठाकुर
अनुराग ठाकुर ने मीडिया से कहा, “राहुल गांधी एक बार फिर विदेशी धरती पर हो-हल्ला मचाने का काम कर रहे हैं। पेगासस उनके दिमाग में है। उनसे पूछिए कि उन्होंने अपना फोन जांच के लिए क्यों नहीं दिया था। पीएम मोदी के नेतृत्व में दुनिया भर में भारत का सम्मान बढ़ा है। ये बात बड़े-बड़े नेता कह रहे हैं। राहुल गांधी को इटली के पीएम को सुनना चाहिए कि उन्होंने पीएम मोदी के बारे में क्या कहा।”