वाराणसी (Varanasi) के सिगरा थाना पुलिस ने अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने 3 जनवरी 2025 को 15,000 किलोग्राम प्रतिबंधित चाइनीज मांझा जब्त किया, जिसकी अनुमानित कीमत लगभग 1.5 करोड़ रुपये है। इस कार्रवाई में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
डीसीपी काशी ज़ोन गौरव बंशवाल ने बताया कि हाल ही में चाइनीज मांझे से हुई एक युवक की मौत के बाद पुलिस ने इस खतरनाक सामग्री की बिक्री और आपूर्ति के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं। इसी क्रम में सिगरा पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि हरिनगर कॉलोनी, चंदुआ छित्तुपुर में प्रतिबंधित मांझा के भंडारण और व्यापार में कुछ लोग शामिल हैं।
मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की। छापा मारकर अभियुक्त जितेंद्र कुशवाहा और कुंदन कुशवाहा के घर के गोदाम से 20 क्विंटल मांझा बरामद किया। सख्ती से पूछताछ करने पर दोनों ने स्वीकार किया कि माताकुंड ललापुरा में एक अन्य गोदाम है, जहां और अधिक मात्रा में मांझा रखा गया है। पुलिस ने इस जगह पर छापा मारकर 130 क्विंटल प्रतिबंधित मांझा बरामद किया।
Varanasi:कुल बरामदगी और गिरफ्तार आरोपी
पुलिस ने कुल 15,000 किलोग्राम (150 क्विंटल) चाइनीज मांझा जब्त किया, जिसकी बाजार में कीमत करीब 1.5 करोड़ रुपये बताई जा रही है। गिरफ्तार आरोपियों में शामिल हैं:
- जितेंद्र कुशवाहा (31 वर्ष), निवासी हरिनगर कॉलोनी, चंदुआ छित्तुपुर।
- कुंदन कुशवाहा (23 वर्ष), निवासी हरिनगर कॉलोनी, चंदुआ छित्तुपुर।
- मोहम्मद आजम (28 वर्ष), निवासी माताकुंड, ललापुरा।
- मोहम्मद अफजल (33 वर्ष), निवासी माताकुंड, ललापुरा।
ब्लैक मार्केटिंग का खुलासा
पुलिस जांच में सामने आया कि ये आरोपी प्रतिबंधित मांझा वाराणसी के अलग-अलग इलाकों में सप्लाई कर रहे थे। हाल ही में चौक और रामनगर क्षेत्र में बरामद किए गए चाइनीज मांझे की आपूर्ति भी इन्हीं ने की थी। यह मांझा ब्लैक मार्केटिंग के जरिए वाराणसी लाया जा रहा था, और इसकी सप्लाई का नेटवर्क गुप्त तरीके से संचालित किया जा रहा था। पुलिस अब इस नेटवर्क के अन्य सदस्यों और इसकी आपूर्ति की जड़ों का पता लगाने में जुटी है।
प्रतिबंधित मांझा का खतरा
चाइनीज मांझा, जो नायलॉन और सिंथेटिक सामग्री से बना होता है, बेहद खतरनाक है। इसमें शीशे का चूर्ण मिलाया जाता है, जो इसे और घातक बना देता है। पतंगबाजी के दौरान यह मांझा लोगों और पक्षियों के लिए जानलेवा साबित हो सकता है। प्रतिबंध के बावजूद यह चोरी-छिपे बेचा और खरीदा जा रहा है।
Highlights
पुलिस का सतर्क रवैया
पुलिस कमिश्नरेट ने जनता से अपील की है कि वे इस प्रकार की अवैध गतिविधियों की जानकारी तुरंत साझा करें। डीसीपी बंशवाल ने कहा कि अपराधियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे, और अवैध सामग्री की बिक्री पर रोक लगाने के लिए अभियान जारी रहेगा।