भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण सिंह के खिलाफ पहलवानों का धरना सोमवार को भी जारी रहा। विनेश फोगाट समेत 8 पहलवान सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हैं। वे सभी रविवार से धरने पर बैठे हुए हैं।
पहलवानों ने हरियाणा की खाप पंचायतों से समर्थन मांगा है। उन्होंने खापों से समर्थन मांगते हुए माफ़ी मांगी और कहा, ‘पिछली बार हमसे भूल हो गई थी। आज हमें आप सभी की ज़रूरत है। हमारा साथ दीजिये। बता दें कि पहलवानों ने इससे पहले जनवरी 2023 में भी प्रदर्शन किया था। तब केंद्रीय खेल मंत्री के समझाने पर उन्होंने अपना धरना समाप्त किया था।
बजरंग पुनिया ने सोमवार को कहा कि इस मंच पर सभी राजनीतिक दलों का स्वागत है। हालांकि जनवरी में प्रदर्शन के दौरान मंच पर किसी भी राजनीतिक दल को परमिशन नहीं दी गई थी। इसी बीच, WFI के 7 मई से होने वाले चुनाव रोक दिए गए हैं। ओलंपिक्स एसोसिएशन चुनाव के लिए एक एग्जीक्यूटिव कमेटी बनाएगी। यह कमेटी WFI का कामकाज भी देखेगी।
दिल्ली पुलिस ने इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन और केंद्रीय खेल मंत्रालय की बनाई दोनों जांच कमेटियों की रिपोर्ट मांगी है। इसके अलावा, दिल्ली पुलिस ने सांसद बृजभूषण पर लगे आरोपों की जांच शुरू कर दी है।
बजरंग पूनिया ने कहा, ‘इस बार सभी दलों का हमारे धरने में शामिल होने के लिए स्वागत है, चाहे वह भाजपा, कांग्रेस, आप या कोई अन्य पार्टी हो। हम किसी भी पार्टी से जुड़े नहीं हैं।’ पिछली बार जनवरी में पहलवानों ने किसी भी पार्टी के नेताओं को मंच पर नहीं आने दिया था।
पूर्व गर्वनर सत्यपाल मलिक ने पूछा कि सरकार किस मुंह से बेटी बचाओ का नारा देती है। देश की बेटियां तो पिछले 3 महीने से न्याय के लिए भटक रही हैं। देश के भविष्य से खिलवाड़ सिर्फ इसलिए किया जा रहा है क्योंकि जिस पर आरोप लग रहे हैं वह भाजपा सांसद हैं।
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने खिलाड़ियों का समर्थन किया है। हुड्डा ने ट्वीट कर कहा – जिन खिलाड़ियों ने पूरी दुनिया में देश का मान बढ़ाया है, उन्हें न्याय के लिए धरना देना पड़े तो यह दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है। पूरे मामले की निष्पक्ष जांच जरूरी है।