विश्वस्तरीय बस पोर्ट के रुप में विकसित होंगे परिवहन निगम के बस स्टेशन
परिवहन निगम निदेशक मंडल की बैठक आयोजित
लखनऊ। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम निदेशक मंडल की 244 वीं बैठक मंगलवार को परिवहन निगम के प्रमुख सचिव व अध्यक्ष एल वेंकटेश्वर लू की अध्यक्षता में आयोजित हुई । बैठक में 11 प्रस्तावों पर सहमति प्रदान किया गया । परिवहन निगम के चिन्हित बस स्टेशनों को पीपीपी मॉडल पर विश्वस्तरीय बस पोर्ट के रुप में विकसित किया जायेगा । इसके लिए नेशनल हाइवेज लॉजिस्टिक मैनेजमेंट लिमिटेड के साथ एसपीवी गठन किया जायेगा। इसके अलावा 100 इलेक्ट्रिक बसों को चिन्हित मार्गो पर चलाये जाने के लिए मंजूरी दी गयी। इन बसों को 250 किमी प्रतिदिन न्यूनतम चलाने और मिड सेगमेंट के लिए निर्धारित प्रशासनिक शुल्क में 50 प्रतिशत की छूट प्रदान करने का अनुमोदन प्रदान किया गया। परिवहन निगम के 10 रिक्त स्थानों पर पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल पर इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन बनाने के प्रस्ताव पर मुहर लगी यह चार्जिंग स्टेशन सरकार की ओर से जारी यूपी इलेक्ट्रिक मैन्यूफैक्चरिंग एवं मोबिलिटी पॉलिसी 2022 में दिये गये प्राविधानों के तहत स्थापित किये जायेगें। परिवहन निगम में विधि प्रभारी के 6 पदों पर 3 वर्ष का न्यायालय में कार्य करने का अनुभव प्राप्त विधि स्नातकों को विधि प्रभारी पद पर आउटसोर्सिंग के माध्यम से निर्धारित मानदेय पर रखा जायेगा। इसी प्रकार 32 डिपो प्रभारी (संचालन) 26 डिपो प्रभारी (प्राविधिक) के पदों पर आउटसोर्सिग के माध्यम से भरे जायेंगे ।
नियमित महिला परिचालकों को गर्भावस्था की अवधि के दौरान कार्यालय में लिपिकीय कार्य के लिए सम्बद्ध किया जायेगा। यह सुविधा सेवा काल में 2 बार दी जाएगीं। संविदा परिचालकों को आउटसोर्सिंग के माध्यम से रखा जायेगा । भारत स्काउट एन्ड गाईड के राज्य पुरस्कार और राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त व एनसीसी बी सर्टिफिकेट धारकों को 15 प्रतिशत अतिरिक्त वेटेज मिलेगा । संविदा चालकों,परिचालकों को अतिरिक्त 1,000 रुपया दुर्घटना प्रोत्साहन राशि दिये जाने का अनुमोदन प्रदान किया गया। किसी माह में दुर्घटना होने पर 1 वर्ष तक दुर्घटना प्रोत्साहन नहीं मिलेगा। इज्जत नगर बरेली, बेवर डिपो में निर्माण कार्य की स्वीकृति प्रदान की गयी। बैठक में संजय कुमार प्रबन्ध निदेशक, परिवहन विभाग, वित्त विभाग, नियोजन विभाग सार्वजनिक उद्यम ब्यूरो के प्रतिनिधि मौजूद रहे ।
sudha jaiswal