एक डीएम ऐसा भी: अम्मा चितिंत न हो हम हैं न, बहू-बेटे पर एक्शन लिया जाएगा
कानपुर । सोमवार को कानपुर में एक 77 वर्षीय वृद्धा ने डीएम को संवेदना भरा पत्र लिखा पत्र को पढ़ कर डीएम नेहा जैन ने एक बेटी की तरह ही कार्यवाई भी किया। आप को बता दें कि पत्र को पढ़ने के बाद डीएम ने बुजुर्ग महिला को अपने पास बुलवाकर अपने हाथों से उनके आंशू पोछे और वृद्धा को पानी पीलाया और उनके हालचाल लिए। डीएम ने बुर्जुग को राहत देते हुए कहा कि अम्मा चितिंत न हो हम हैं न रही बात आप के बेटे- बहू की तो उनसे एक्शन लिया जायेगा।
आप को उस पत्र के मार्मिक लाइन पढ़ाते है उसमें क्या लिखा था।
‘‘मेरी अच्छी सी डीएम बिटिया, मेरे पति कोलकाता में रहकर नौकरी करते थे। इस दौरान उनकी मौत हो गई। पति के नाम जो जमीन थी, वो बेटे ने अपने नाम कर ली। अब बहू-बेटे दोनों मुझे खाना और खर्चा तक नहीं देते। बिटिया लेखपाल ने मेरी कोई मदद नहीं की है।”
आप को बताते चले कि यह पूरा सीन भोगनीपुर तहसील के मलासा ब्लॉक के धौकलपुर गांव का है। 77 वर्षीय वृद्धा कुसुम सिंह ने जिसके पति की कैंसर से मौत हो चुकी है और बाहू बेटे उनको किसी भी तरह का खर्चा खाना नहीं देते। उन्होंने डीएम नेहा जैन को सोमावार को एक शिकायती पत्र सौंपा। शिकायती पत्र में डीएम को ”मेरी अच्छी सी बिटिया” लिखा गया था जो बेहद मार्मिक व भावुक था। सूत्रों के मुताबिक डीएम मैडम को जैसे ही वृद्धा का शिकायती पत्र मिला, वे भावुक हो उठीं। इसके बाद उन्होंने वृद्धा को बुलाया, उनके आंसू पोछे और जोर से गले लगा लिया।
यह सीन तब का है जब डीएम नेहा जैन जन शिकायतों की सुनवाई कर रही थीं।
sudha jaiswal