वाराणसी | प्रतिशोध की आग इतनी भयानक हो सकती है कि किसी परिवार के खुशियों को चुटकी में जला कर राख कर दे यह सोचा नहीं जा सकता। इसका प्रत्यक्ष प्रमाण वाराणसी के जैतपूरा में देखने को मिला। जब दो युवकों ने षड़यंत्र (Conspiracy) रचकर एक परिवार के एक नहीं, दो नहीं पूरे सात सदस्यों को मिठाई में जहर मिलाकर खिला दिया।
हत्या की यह भयानक साजिश लल्लापुरा के दो युवकों रची। दरसल आए दिन ये दो युवक को चाय की दुकान पर बैठकर लड़कियों व महिलाओं पर व्यंग कसते थे और दुकानदार बबलू राजभर द्वारा उन्हें ऐसा ना करने और डांटकर दुकान से भगा देने से अपमानित महसूस कर रहे लल्लापुरा के दो युवकों ने अपने अपमान का बदला लेने के लिए पूरे परिवार की ही हत्या की साजिश (Conspiracy) रच डाली।
इस षड़यंत्र (Conspiracy) के लिए धारा 307 के तहत मुकदमा दर्ज
जानकारी के मुताबिक, इस षड़यंत्र (Conspiracy) में नौशाद अली और मुमताज नामक दो युवकों ने गुलाब जामुन में कोई विषाक्त्त पदार्थ मिलाकर उन्हें खिला दिया। इससे छह वर्ष की मासूम बच्ची समेत सात लोगों की हालत गंभीर हो गयी। हालत बिगड़ने के कारण उन्हें बीएचयू ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है। इस साजिश को लेकर चाय के दुकादार बबलू राजभर ने दोनों युवकों के खिलाफ धारा 307 के तहत मुकदमा दर्ज किया है। वहीं मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने नौशाद को गिरफ्तार कर लिया लेकिन मुमताज फरार है जिसकी तलाश की जा रही है।
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बताया जा रहा है कि गुलाब जामुन खाने के बाद जब धीरे-धीरे सबकी हालत बिगड़ने लगी तो आनन-फानन में बबलू की मां गायत्री देवी (60), पत्नी ममता (36), रेखा (25), अमन (12), पायल (9), शिवा (10) और राधिका (6) को कबीरचौरा स्थित मंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालत ना सुधरने पर चिकितसकों ने उन्हें बीएचयू ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया।
इस मामले को संज्ञान में लेते हुए डीसीपी काशी जोन रामसेवक गौतम ने बताया कि पुलिस ने मुख्य आरोपित नौशाद को गिरफ्तार कर लिया है। जिससे पूछताछ जारी है और इसी पूछताछ में आरोपी नौशाद ने बताया कि गुलाब जामुन में जहर मिलाकर मुमताज ने ही उसे दिया था। इसलिए वह भी आरोपित है। हालांकि मुमताज अभी फरार है और पुलिस लगातार उसकी तलाश में जुटी है। उन्होंने बताया कि सभी लोगों की हालत में फिलहाल सुधार हो रहा और वह खतरे से बाहर हैं।