- मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत ब्लॉक मुख्यालयों में दर्जनों जोड़े बंधे जन्म-जन्मांतर के बंधन में
- हरहुआ विकास खंड में दिखी भारी अव्यवस्था, नवविवाहितों के लिए पर्याप्त कुर्सी भी नहीं, पेयजल संकट
- न फेरे कराए गये, न ही सात वचन हुए, सामुदायिक शौचालय पर पड़ा रहा ताला, महिलाएं हुई परेशान
वाराणसी। जनपद में समाज कल्याण विभाग की ओर से मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत बुधवार को विभिन्न विकास खंडों में सामूहिक विवाह का आयोजन कराया गया। ब्लॉक मुख्यालयों पर हुए इन कार्यक्रमों में दर्जनों जोड़े जन्मजन्मांतर के बंधन में बंधे। इस अवसर पर नवविवाहित जोड़ों को उपहार, घर-गृहस्थी की सामग्री, दुल्हन को आभूषण आदि देते हुए लोगों ने आशीर्वाद दिया। हरहुआ ब्लॉक मुख्यालय पर हुए आयोजन में भारी अव्यवस्था रही।

चांदमारी प्रतिनिधि के अनुसार हरहुआ ब्लॉक मुख्यालय पर दर्जनों जोड़े एकदूजे के हुए। यहां मानो मजह औपचारिकताएं ही निभाई गईं। फोटोग्राफी, सेल्फी में लोग व्यस्त थे। बजट उपलब्ध होने के बावजूद दूल्हा-दुल्हन ही नहीं दोनों पक्ष के किसी भी व्यक्ति की थाली में मिठाई नहीं थी। पूछने पर हलुवाई ने बताया कि मिठाई का आर्डर नहीं मिला। भीषण गर्मी और उमस के बीच मात्र दो जार पानी खत्म हो गया।

यहां तपती धूप में बच्चों और महिलाओं को भी पेयजल के लिए एकमात्र हैंडपंप पर पानी लेने के लिए जद्दोजहद करनी पड़ी। परिसर का नल ठप था। महज 34 मिनट में ही 34 जोड़ों की शादी संपन्न हो गयी। दुल्हनों की कलाइयों में कंगन नहीं दिखा। वहां बज रहा ‘सात फेरों के सातों वचन प्यारी दुल्हनिया भूल न जाना’ सिर्फ गीत तक ही सीमित रहा। कारण, न तो सात फेरे दिलाए गये और न ही सात वचन की बात हुई।

नवविवाहितों के लिए पर्याप्त संख्या में कुर्सियां तक नहीं थीं। इसे लेकर ग्रामीणों में काफी रोष दिखा। अतिथियों के लिए मंच पर लगे कूलर में पानी था लेकिन पंडाल में लगे तीन कूलर पानी के अभाव में मानो हवा नहीं आग झोंक रहे थे। हद तो यह भी कि वहां स्थित सामुदायिक शौचालय में ताला लगा था। फलस्वरूपा महिलाएं परेशान रहीं। कार्यक्रम में ब्लॉक प्रमुख विनोद उपाध्याय ‘बब्बू’, बीडीओ बद्री प्रसाद वर्मा, अनिल मिश्र, भाजपा नेता प्रिंस चौबे एडवोकेट, ग्राम प्रधान सूर्य प्रकाश मौर्य, रामबचन पाल, दिनेश यादव आदि भी रहे। रोहनिया प्रतिनिधि के अनुसार आराजी लाइन ब्लॉक मुख्यालय पर हुए कार्यक्रम में 47 जोड़ों की शादी करायी गयी। पिंडरा प्रतिनिधि के मुताबिक स्थानीय विकास खंड मुख्यालय पर 46 जोड़े एक-दूजे के हो गये।


