- 1383 मेडल और बटेंगी 37,896 उपाधियां, चकेंगे विद्यार्थी
- स्वतंत्रता भवन में शनिवार को मनाया जाएगा बीएचयू का 102वां दीक्षांत समारोह
वाराणसी। बीएचयू का 102वां दीक्षांत समारोह 10 दिसम्बर को पूर्वाह्न 10 बजे से स्वतंत्रता भवन में मनाया जाएगा। इस दौरान संकाय, संस्थान स्तर पर तीन साल के विद्यार्थियों को कुल 1383 मेडल दिए जाएंगे। इसमें 1346 गोल्ड मेडल और 37 सिल्वर मेडल दिया जाएगा। इसके साथ ही 226 प्राइज भी दिए जाएंगे। मेडल और उपाधियां पाकर छात्र-छात्राएं प्रफुल्लित होंगे। गुरुवार को कुलपति प्रो. सुधीर जैन ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि इस बार समारोह में 37,896 विद्यार्थियों को उपाधियां भी दी जा रही है। जबकि सात लोगो को डी. लिट् की उपाधियां भी दी जाएंगी।
कुलपति प्रो. सुधीर जैन ने बताया कि समारोह में 2020 के 433 छात्रों को गोल्ड मेडल व नौ को सिल्वर मेडल, 2021 के 449 को गोल्ड मेडल व नौ को सिल्वर मेडल तथा 2022 के 464 को गोल्ड मेडल व नौ को सिल्वर मेडल मिलेगा। उन्होंने बताया कि मुख्य समारोह में कुल 91 उपाधि पाने वालों को मंच से विभिन्न पदक प्रदान किए जाएंगे। इनमें कुलाधिपति पदक, स्व. महाराजा विभूति नारायण सिंह स्वर्ण पदक और बीएचयू पदक शामिल हैं। उन्होंने बताया कि संस्था के पुरा छात्र, पालो अल्टो नेटवर्क्स के अध्यक्ष व मुख्य कार्यकारी अधिकारी निकेश अरोड़ा दीक्षांत संबोधन देंगे। वहीं, बीएचयू ने अपने पुरा छात्रों को जोड़ने एक नया एलुमुनाई पोर्टल भी तैयार किया है। जिसका लिंक https://www.alumni.bhu.ac.in/ जारी किया गया है। उन्होंने कहा कि छात्रों को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करने के लिए नए अवसर सृजित करने को विश्वविद्यालय प्रतिबद्ध है।
चांसलर मेडल पाने वाले मेधावियों में संस्कृत के छात्र सबसे ज्यादा
दीक्षांत के मंच पर इस बार मिलने वाले कुल 11 चांसलर मेडल में सबसे अधिक आठ मेडल संस्कृत के मेधावियों के गले में लटकता दिखाई देगा। यह पहला मौका होगा, जब चांसलर मेडल पाने वाले मेधावियों में संस्कृत के छात्रों की संख्या सबसे अधिक होगी। इन छात्रों को महाराजा विभूति नारायण सिंह स्वर्ण पदक और बीएचयू स्वर्ण पदक भी मिलेगा।