- ईधन लेने के लिए हवाई अड्डे पर उतरने के बाद लोगों को मिली राहत
Tejas Fighter Plain: वाराणसी के बाबतपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के रनवे पर शनिवार को एकाएक दो फाइटर जेट उतरे लड़ाकू विमानों के उतरने व उड़ान भरने से पूरा हवाई परिक्षेत्र गूंज उठा। आवाज इतनी थी कि आस पास के लोग सहम उठे।
जानकारी के अनुसार, शनिवार को हवाई अड्डे के रनवे पर दोपहर करीब 12:20 बजे दो लड़ाकू विमान मिराज 2000 (Tejas Fighter Plain) उतरे। वायु सेना के दोनों लड़ाकू विमानों ने हवाई अड्डे पर ईंधन लिया, और फिर कुछ देर बाद हवा में उड़ान भरा। दोनों लड़ाकू विमानों के रनवे पर उतरने व उड़ान भरने तक तेज आवाज (Tejas Fighter Plain) के चलते हवाई अड्डे से लगायत आस पास के ग्रामीण सहम गये वही कुछ लोग लड़ाकू विमानों को देख काफी उत्साहित भी रहे। अधिकारियों ने बताया कि यह एक प्रकार का अभ्यास होता है, जो आपातकाल की स्थिति से निपटने के लिए तैयारियों का जायजा लेने के लिए वायुसेना और सिविल एयर कंट्रोलर के सूझ बूझ से किया जाता है।
Tejas Fighter Plain: लड़ाकू विमान की खासियत
यह फ्रांस निर्मित लड़ाकू विमान है। इसे राफेल फाइटर जेट बनाने वाली कंपनी ने ही निर्मित किया है। यह 47 फिट लंबा और 7500 किलो वजनी है। यह 2000 किलोमीटर प्रतिघंटा तक की स्पीड से उड़ान भर सकता है। यह अपने साथ 13,800 किलोग्राम गोला-बारूद लेकर उड़ान भरने में सक्षम है। यह चौथी पीढ़ी का मल्टीरोल फाइटर है। कारगिल युद्ध में इस विमान (Tejas Fighter Plain) ने अहम भूमिका निभाई थी। इसमें अत्याधुनिक रडार और इलेक्ट्रानिक सिस्टम हैं।

इसके अतिरिक्त इसकी (Tejas Fighter Plain) टोही और मारक क्षमता काफी अधिक है। यह विमान में डबल इंजन है। यह बमबारी करने और मिसाइल गिराने में माहिर है। हवा से हवा में ही दुश्मन को मार सकता है। यह कई प्रकार की रिवॉल्वर और तोपों से लैस होता है। यह 1800 राउंड प्रति मिनट की दर से गोले बरसा सकता है। एक साथ में 6.3 टन वजन के गोलाबारूद ले जा सकता है। यह लेजर गाइड मिसाइलों, क्रूज मिसाइलों और हवा से हवा और हवा से जमीन पर मार करने वाली मिसाइलों और परमाणु मिसाइलों को दागने की क्षमता रखता है।