वाराणसी| सावन के महीने में शिवभक्त बड़ी संख्या बाबा श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन के लिए पहुंच है। सावन के सोमवार को लाखो की संख्या में शिवभक्त और कावड़ियों के आने की संभावना है। ऐसे में काशी में सावन के पहले सोमवार को लेकर फूलो की डिमांड (Dearness) काफी बढ़ गई है।

Dearness : फूलों के दाम छू रहें आसमान
जहां एक ओर टमाटर के बढ़ते दाम ने सभी को हैरान परेशान कर दिया था वहीं अब फूलों की भारी डिमांड के कारण फूल के दाम भी आसमान छू रहें हैं। एक कहावत तो आप सभी ने सुना होगा कि सखी सईयां तो खुब ही कमात है, महंगाई (Dearness) डायन खाय जात है। यह कहावत इसपर पूरी फीट्ट बैठती है। करीब 7 से 8 गुना तक फूलों के दाम में बढ़ोतरी (Dearness) हो गई है। आम दिनों में 8 से 10 रुपए में बिकने वाले फूल के माले अब 70 से 80 रुपए में बिकने लगे है। यही वजह है की शिवभक्तों पर इस सावन महंगाई (Dearness) की मार पड़ रही है।
उत्तर प्रदेश सहित बिहार और एमपी में पूर्वांचल की सबसे बड़ी किसान फूल मंडी वाराणसी के मलदहिया में स्थित है। जहां सावन के महीने में फूलो की बढ़ी डिमांड ने दामों में काफी उछाल ला दिया है।

किसान फूल मंडी के माली मनोज कुमार ने बताया कि माला के दाम में काफी वृद्धि हुई है। यहां से वाराणसी के साथ कई मालामंडियों में बाहर भी मालाएं जाती है। ऐसे में ऑफ सीजन, भीषण गर्मी से फूलो की खेती प्रभावित हुआ था, तो वही तेज बारिश ने फूलो के उपज को खराब कर दिया है। यही वजह है कि फूलो की डिमांड तो सावन में बढ़ गई, लेकिन फूलो का आवाक न होने से डिमांड को पूरा नही किया जा पा रहा है।