ज्ञानवापी परिसर के दुसरे दिन का ASI का सर्वे (Gyanvapi 2nd Day ASI Survey) पूरा हुआ। शुक्रवार के तरह ही आज भी करीब 7 घंटे तक ज्ञानवापी का सर्वे चला। मैपिंग और इमेजिंग के बाद आज सर्वे (Gyanvapi 2nd Day ASI Survey) में ज्ञानवापी परिसर में स्थित 3 तहखानों में से एक तहखाना खोला गया। जिसमें कई सारे साक्ष्य जैसे स्वास्तिक, त्रिशूल और टूटे हुए खम्बे मिले हैं। इस बात की पुष्टि हिन्दू पक्ष के अधिवक्ता अनुपम द्रिवेदी ने की।

अधिवक्ता अनुपम द्रिवेदी ने मीडिया से बातचीत में सर्वे से जुड़ी बेहद महवपूर्ण जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि सुबह से ASI के टीम के साथ हमलोग भी सर्वे (Gyanvapi 2nd Day ASI Survey) में मजूद रहे। उन्होंने बताया कि एक मशीन की GNSS के माध्यम से टीम ने परिसर का 3डी मेजिंग किया जो की सेटलाइट से कनेक्टेड मशीन है। उन्होंने कहा कि आज परिसर का मैपिंग और व्यास जी के तहखाने की साफ-सफाई की गयी फिर ASI की टीम ने उसका सर्वे किया। इसी के साथ ही पुरे मैपिंग और स्केलिंग का काम हो गया है।
Gyanvapi 2nd Day ASI Survey : नहीं मिले हैं मूर्तियों के अवशेष- अधिवक्ता अनुपम द्विवेदी

वहीं तहखाने में मिले मूर्तियों के अवशेष पर अधिवक्ता अनुपम द्विवेदी ने बताया कि जो साक्ष्य पिछले कोर्ट कमीशन के कार्यवाही के दौरान मिले थे वो सब इस बार भी मिले हैं और मूर्ति कोई भी नहीं मिली है। किसी भी प्रकार के मूर्तियों के अवशेष नहीं मिले है सिर्फ कुछ खम्बों के टुकड़े मिले और अभी 1-2 दिन के अंदर जब GPR जायेगा तब वैज्ञानिक परिक्षण करते हुए कई सारे अवशेष, तथ्य और साक्ष्य सामने आयेंगे।

उनका कहना रहा कि पिछली बार हम अवशेषों को बिना छुए सिर्फ रिपोर्ट बना सकते थें लेकिन इस बार हम मशीन के माध्यम से पुरे गहराई तक जाकर उसकी जांच कर रहे हैं।
ये भी पढ़ें – मोटर बोट के संचालन पर प्रतिबन्ध, वार्निंग लेवल से 6 मीटर दूर है गंगा, बाढ़ चौकियों को किया गया अलर्ट
वहीं हिन्दू पक्ष की पैरोकार सीता साहू ने की है। इससे पहले खबर यह भी सामने आई थी कि ज्ञानवापी मस्जिद के मुख्य गेट पर इकठ्ठा होकर ASI की टीम में सर्वे (Gyanvapi 2nd Day ASI Survey) के दौरान मिले सभी साक्ष्यों को जुटाया है।

आपको बता दें कि रिपोर्ट्स के मुताबिक परिसर के पश्चिमी दीवाल पर बयाल की उकेरी मूर्ति मिली है जिसकी भी जांच हो रही है और ऐसा माने जाता है कि इस बयाल का आधा शरीर मनुष्य और आधा पशु का होता है। वहीं ASI की टीम में तहखाने में लाइट लगवाकर सर्वे किया और मुस्लिम पक्ष का भी पूरा सहयोग टीम को मिला। मुस्लिम पक्ष ने ASI के किसी भी कार्य पर बिना आपति जताए सर्वे होने दिया और खुद तहखाना खोल कर उसका सर्वे करने के लिए ASI की टीम को सौंपा।