वाराणसी में गंगा के जलस्तर में एक बार फिर काफी तेजी से बढ़ोतरी (Ganga Flood) हो रही है। कल रात से गंगा का जलस्तर 4 सेंटीमीटर प्रतिघंटे की रफ़्तार से बढना शुरू हो गया था और रविवार की सुबह तक ये 10 सेंटीमीटर हो गया यानि की अब गंगा का पानी 10 सेंटीमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है।

गंगा का पानी काशी में सीढ़ियों से चढ़ता हुआ शहर की तरफ बढ़ने को आतुर है। जानकारों की मानें तो इस बार गंगा का पानी घाट की सीढ़ियों को पर कर शहर की तरफ बढ़ते हुए गोदौलिया तक आने की सम्भावना है।

इस वक्त्त गंगा में आये उफान की बात करें तो सभी घाटों की सीढ़ियां जलमग्न (Ganga Flood) हो चुकी है, घाटों का आपस में संपर्क टूट गया है और दशाश्वमेध घाट स्थित बड़ी शीतला माता के मंदिर में जाने का मार्ग भी जलमग्न (Ganga Flood) हो चूका है।
Ganga Flood : तटवर्तियों ने शुरू कर दिया पलायन करना
दरसल पहाड़ी क्षेत्र में हो रही ज़बरदस्त बारिश और मैदानीं इलाके में मानसून की वापसी ने नदियों का जलस्तर बढ़ाना (Ganga Flood) शुरू कर दिया है। तेजी से गंगा का जलस्तर सड़क की तरफ बढ़ रहा है। तटवर्तियों में इसे लेकर हड़कंप की स्थिति है। तटवर्तियों ने पलायन करना शुरू कर दिया है और वहीं कुछ लोग अपनी गृहस्थी लेकर अपने मकान के दूसरे तल पर शिफ्ट हो रहे हैं।
गंगोत्री सेवा निधि के अध्यक्ष पंडित किशोरी रमण दुबे ‘बाबू महाराज’ ने बताया कि पिछले 2 दिनों से गंगा का पानी लगातार बढ़ रहा है और आज सुबह से गंगा का बढ़ाव इतना ज्यादा हो गया है जिसके चलते दूकानदार और वहां रहने वाले लोग अपना-अपना सामान समेट ऊपर आ रहे हैं। अभी तो पूरा 2 महिना बारिश का बचा है और अभी से ही स्थिति ऐसी हो गयी है जिसके चलते बाढ़ (Ganga Flood) की सम्भावना बन रही है और पानी चितरंजन पार्क तक जायेगा।

वहीं केंद्रीय जल आयोग के अनुसार वाराणसी में गंगा का जलस्तर 10 सेंटीमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से बढ़ रहा है। गंगा का जलस्तर वाराणसी में रविवार की सुबह 10 बजे 66.72 मीटर है। जो खतरे के निशान 72.262 से लगभग 6 मीटर दूर है। गंगा में बाढ़ (Ganga Flood) को देखते हुए प्रशासन ने बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया है। एनडीआरएफ की टीम लगातार भ्रमण कर रही है। वाराणसी में वार्निंग लेवल 71.262 है।