PM Narendra Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार (17 सितम्बर) को अपना 73वां जन्मदिवस मनाने वाले हैं। इसके लिए देशभर में तैयारियां चल रही हैं। वहीँ इसके लेकर पीएम के संसदीय क्षेत्र में अलग तैयारी चल रही है। शनिवार को वाराणसी में कई जगहों पर भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा पीएम के शतायु होने की कामना से हवन पूजन किया गया। इसके साथ ही कई मंदिरों में विशेष अनुष्ठान भी किए गए।

वर्ष 2014 में जब नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) काशी के सांसद बने, यहां अनेकों समस्याएं थीं। बिजली, पानी, जर्जर रोड, गलियों में बेशुमार गंदगी, पक्के महाल में जर्जर मकान, गंगा घाटों की दुर्दशा, ट्रैफिक जाम आदि। लेकिन वो कहते हैं न कि यिद काम करने की नियत हो, आदमी जल्द ही समस्याओं को समाप्त कर देता है। कुछ ऐसा ही मोदी (PM Narendra Modi) के साथ भी हुआ। मोदी के सांसद बनते ही काशी का भाग्य पलट गया।
वर्ष 2014 में किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि आध्यात्म की नगरी काशी का गुणगान वैश्विक स्तर पर होगा और आने वाले समय एक विशाल और अनोखी काशी देखने को मिलेगी। इससे पहले जहां काशी में केवल पर्यटक के तौर पर दक्षिण भारत के श्रद्धालुओं का ही आगमन होता था, वहीं काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर बनने के बाद से काशी में प्रतिदिन श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है।
कोरोना काल में गतिमान रहीं काशी में परियोजनाएं
नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के सांसद बनते ही काशी की काया पलट गई। बीते 9 वर्षों में पीएम ने 41 बार काशी का दौरा किया है और प्रत्येक बार परियोजनाओं की सौगात दी है। कोरोना काल में जब दुनिया में विकास की रफ्तार पर विराम लग गया था, वहीं काशी में परियोजनाओं की लाइन लगी रही। पीएम के प्रयासों और विकास योजनाओं के साथ ही काशी को नया स्वरूप मिला है। पीएम 23 सितम्बर को एक बार फिर से काशी का दौरा करने वाले हैं। जिसमें वे काशी को हजारों करोड़ की परियोजनाओं की सौगात देंगे।
Highlights
कम समय में शहर में बदलाव एक जीता जागता मिसाल
9 साल में वाराणसी में जारी परियोजनाओं (PM Narendra Modi) की लिस्ट और हुए विकास कार्यों को देखें तो बहुत ही कम समय में किसी भी शहर में बड़ा बदलाव लाए जा सकने की बनारस एक जीता जागता मिसाल है। आईडीपीएस की सौगात से पीएम की मंशा के अनुरूप काशी की सड़कों और गलियों से बिजली के लटकते तार गायब हो गये। काशी की प्राचीनता से मेल खाते लैंप पोस्टों (हेरिटेज पोल) से निकलती दूधिया रोशनी आपको पूरे शहर में दिखेगी। वर्तमान में बदलते बनारस की तस्वीरें इस बात की तस्दीक करती है कि आज जो है, वो कल से बेहतर है, और कल जो होगा, आज से भी शानदार होगा।

विदेशी शासकों को भी पीएम ने घुमाया बनारस
पीएम मोदी (PM Narendra Modi) के आगमन के बाद से वाराणसी में जापान के तत्कालीन प्रधानमंत्री शिंजो आबे, फ़्रांस फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, जर्मनी के राष्ट्रपति फ्रैंक वॉल्टर के अलावा कई दिग्गजों को घुमा चुके हैं। इसके अलावा 2019 में प्रवासी भारतीय सम्मेलन और 2022 के अंत में काशी-तमिल संगमम के साथ ही हालिया संपन्न जी-20 सम्मेलन की छह बैठकों से काशी का मान देश दुनिया में बढ़ा।

काशी अपने आप में कई विरासतों और संस्कृतियों को संजोए हैं। काशी का सांसद पहली बार इस देश का प्रधानमंत्री (PM Narendra Modi) बना और दूसरी बार भी यहां की जनता ने उसे ये अवसर दिया। 2014 और 2019 के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बतौर सांसद वाराणसी का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
13 दिसम्बर 2021 को PM Narendra Modi ने किया काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण
काशी विश्वनाथ मंदिर का विस्तारीकरण और सौन्दर्यीकरण योजना पीएम नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रॉजेक्ट था। 13 दिसंबर 2021 को काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर का लोकार्पण भी कर दिया। मंदिर परिसर के नए और भव्य स्वरूप से काशी नगरी खिल उठी। 2014 में सांसद चुने जाने के बाद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार वाराणसी आकर बाबा विश्वनाथ के दर पर जाते रहे।
रिंग रोड, रामनगर मल्टी मॉडल टर्मिनल, बाबतपुर फोरलेन, छह से ज्यादा एसटीपी, सीवरेज पंपिंग स्टेशन, सीएनजी-पीएनजी सेवा, रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर, लहरतारा-चौकाघाट फ्लाईओवर, ई-बसें, रेलवे, बीएचयू की सुपर स्पेशियलिटी, एमसीएच विंग, कैंसर अस्पताल, पैरिसेबल कारगो, नमो घाट, बायो सीएनजी प्लांट, करखियांव प्लांट और जलपरिवहन सहित दर्जनों सौगातें दी हैं।