Winter Season: ठण्ड ने अब धीरे-धीरे दस्तक देना शुरू कर दिया है। देश के कई राज्यों में ठण्ड के शुरू [Winter Season] होने के साथ ही प्रदुषण के चलते सांस के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी होने लगी है। जनरल फिजिशियन के पास हर रोज 50 से 60 मरीज सांस सम्बन्धी समस्या के आ रहे हैं। डॉक्टर्स के मुताबिक, सर्दियों के शुरू होते ही लगभग 30 प्रतिशत तक इस प्रकार के मरीजों की वृद्धि हुई है।
एम्स शाखा की ओपीडी में प्रतिदिन करीब तीन हजार मरीज उपचार करवाने के लिए आते हैं। प्रदूषण का स्तर बढ़ने की वजह से अस्पतालों के ओपीडी में सांस रोगी मरीजों की संख्या बढ़ गई है। अस्पतालों की ओपीडी में हर रोज 50 से 60 मरीज सांस रोगी के आ रहे हैं। जिनकी उम्र 50 से ऊपर है।
बढ़ते प्रदूषण [Winter Season] की वजह से उन मरीजों को सांस लेने में परेशानी हो रही है। उन्होंने बताया कि पहले सांस रोगी मरीज पंप का इस्तेमाल काफी कम किया करते थे लेकिन अब मरीज दिन दो बार कर रहे हैं। राजीव कॉलोनी निवासी घनश्याम ने बताया कि उनको सांस की परेशानी पहले से थी लेकिन अब प्रदूषण का स्तर बढ़ने की वजह से उनको ज्यादा परेशानी हो रही है। इसी वजह से वह अब सुबह व शाम को सैर करने के लिए भी घर से बाहर नहीं जा रहे हैं। डॉक्टरों की सलाह के अनुसार वह अब दिन में दो बार पंप का इस्तेमाल कर रहे हैं।
Winter Season: सर्दियों में बढ़ जाते हैं 30 प्रतिशत मरीज
डॉक्टर्स के मुताबिक, काला दमा व अस्थमा, मरीजों के लिए प्रदूषण और कम तापमान खतरनाक होता है। अन्य माह की अपेक्षा सर्दियों के चार महीनों (नवंबर, दिसंबर, जनवरी और फरवरी) में अस्पतालों में इनकी संख्या 30 फीसदी तक बढ़ जाती है।
यह है लक्षण
– तेजी से सांस लेना।
– बलगम के साथ खांसी आना।
– सीने में इंफेक्शन व जकड़न होना।
– कमजोरी आ जाना
इन सावधानियों को बरतें
– मरीजों को हमेशा गर्म कपड़े पहनने चाहिए
– बाहर निकलने पर नाक और मुंह को कवर जरूर करें
– अस्थमा और काला दमा पीड़ितों के कमरे में अंदर धूपबत्ती न जलाएं।
– घरों में अंगीठी, हीटर आदि के प्रदूषण से मरीज को बचाएं।
– मरीज के लिए सप्ताह में तीन से चार बार 45-45 मिनट के लिए व्यायाम बेहद आवश्यक है।