शिव की नगरी मंगलवार को हर हर महादेव और जय भवानी के गगनचुम्बी उद्घोष से उस वक्त्त गुंजायमान हो उठी जिस वक्त्त काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के एम्पीथियेटर में शिवाजी महाराज के जीवन पर आधारित जाणता राजा महानाट्य {Mahanatya Janata Raja} का मंचन शुरू हुआ।

BHU के एम्फीथियेटर मैदान पर मराठी के लेखक बलवंत मोरेश्वर पुरंदरे द्वारा रचित महानाट्य जाणता राजा {Mahanatya Janata Raja} का मंचन मंगलवार शाम साढ़े पांच बजे से शुरू हुआ। महानाट्य की शुरुआत वैदिक मंत्रोच्चार व मंगलाचरण की मधुर ध्वनि के साथ मुख्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन करने के बाद हुई। आपको बता दें कि काशी विश्वनाथ मंदिर धाम मुख्य अर्चक वेंकटरमन त्रिपाठी और श्रीकांत मिश्रा ने दीप प्रज्वलन के दौरान हो रहे मंगलाचरण को प्रस्तुत किया। वहीं इसके साथ ही महानाट्य की प्रस्तुति ने दर्शकों के मन व हृदय पर अमिट छाप छोड़ी।
औरंगजेब और शिवाजी की सेना का युद्ध का हुआ मंचन – Mahanatya Janata Raja
महानाट्य जाणता राजा {Mahanatya Janata Raja} में कलाकारों ने मंच पर औरंगजेब और शिवाजी की सेना का युद्ध बेहद उम्दा तरीके से प्रदर्शित किया और फिर शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक दिखाया गया। नाटक के शुरुआत उस दौर से की गयी जब इस्लामी आक्रांताओं द्वारा मराठा साम्राज्य पर आक्रमण किया गया था। वहीं क्रम दर क्रम बढ़ते हुए नाटक उस कड़ी पर पहुंचा जब जीजाबाई द्वारा शिवाजी के जन्म पर पूरे महाराष्ट्र में उत्सव जैसा माहौल हो गया।

कहीं बधाई गीत तो नाचते-झूमते लोग महारानी को बधाई देने के लिए पहुंच रहें। युद्ध से पहले छत्रपति शिवाजी की मां जीजाबाई ने मुग़ल शासक के खिलाफ लड़ाई के लिए अपने बेटे शिवा को भेजा। इसके बाद शिवाजी की सेना मुग़लों की सेना पर धावा बोल देती है।
इस दौरान मौजूद अतिथि सिद्ध पीठ हथियामठ पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर भवानी नंदन यति जी महाराज ने कहा कि महानाट्य जाणता राजा देखने के बाद जन जन के मन को शिवाजी का चरित्र वैसे ही छुएगा जैसे श्रीरामचरित मानस पढ़ने के बाद भगवान् राम कण-कण में दिखाई देते हैं। वहीं उनका कहना यह भी रहा कि हिंदू समाज प्रभु श्री राम और महाराज शिवाजी के हिंदुत्व साम्राज्य से प्रेरणा लेकर पुरे गर्व के साथ यह कह रहा है कि हम हिंदू हैं।

कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र के अध्यक्षय रहें सिक्किम के राज्यपाल लक्ष्मण आचार्य ने अपने उद्बोधन में कहा कि यह जाणता राजा महानाट्य भारतीय संस्कृति और हिंदुत्व की उद्घोष {Mahanatya Janata Raja} करने वाला है।