Security of Parliament : आज संसद पर आतंकी हमले की 22वीं बरसी पर संसद के अंदर हुई घटना से बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। ऐसे मौके पर युवकों का हुड़दंग वाकई चौंकाने वाला है। संसद में चल रहे शीतकालीन सत्र के दौरान बुधवार को संसद की बैठक के दौरान सुरक्षा में बड़ी चुक हो गयी। दरसल, आज संसद की बैठक {Security of Parliament} में कायराना आतंकवादी हमले की बरसी मुख्य रही। उन्हें आज सभी सांसदों की ओर से श्रद्धांजलि दी गई। इसी बीच संसद में दीर्घा में बैठे दर्शक के टेबल पर दो युवक अचानक से ऊपर से कूद पड़ें और एक बेंच से दुसरे बेंच पर जाते हुए हंगामा कर दिया।

सांसदों ने युवक को पड़कर सुरक्षा कर्मियों के हवाले किया। लोकसभा के अंदर पीले कलर का धुआं-धुआं हो गया। संसद {Security of Parliament} में बैठे सभी सांसद घबरा गए। वहीं संसद में इस घटना से अफरा-तफरी मच गयी। सभी उपद्रवियों को सुरक्षा कर्मियों ने पकड़ लिया है और सभी से पूछताछ जारी है। इस बीच सभापति ने सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी।
बता दें कि संसद में मची अफरा-तफरी बीच संसद के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं एक युवक और एक युवती ने भी पीले रंग का धुआं करके विरोध किया। हालाँकि सभी उपद्रवियों को सुरक्षा कर्मियों ने हिरासत में ले लिया है और सभी से पूछताछ की जा रही है।

Security of Parliament : 2001 में आज के ही दिन घटी थी एक और घटना
आपको बता दें कि वर्ष 2001 में आज के ही दिन यानि 13 दिसंबर की सुबह आतंक का काला साया देश के लोकतंत्र की दहलीज तक आ पहुंचा था। पांच आतंकवादियों ने संसद भवन (अब संविधान भवन) की सुरक्षा में सेंध लगा दी थी। वे संसद भवन {Security of Parliament} के अंदर घुसे लेकिन वो अपने मनसूबे में कामयाब हो पाते कि उससे पहले ही सुरक्षा बलों ने उन्हें ढेर कर दिया। हमले में दिल्ली पुलिस के छह जवान, संसद के दो सुरक्षाकर्मी और एक माली मारे गए थे।