वाराणसी। प्रधानमंत्री मोदी आज दो दिवसीय दौरे पर वाराणसी में हैं। दौरे के दूसरे दिन पीएम का काफिला BHU के सांसद प्रतियोगिता ने विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत करने के बाद सीरगोवर्धनपुर स्थित संत रविदास मंदिर पहुंचा। इस दौरान जब पीएम का काफिला संत रविदास मंदिर पहुंचा, तो पीएम की एक झलक पाने के लिए लोगों का हुजूम वहां उमड़ा नजर आया। पीएम मोदी ने हाथ हिलाकर सभी काशीवासियों का अभिवादन स्वीकार किया।
इसके बाद प्रधानमंत्री संत रविदास मंदिर में जाकर मत्था टेका और संत रविदास जी महाराज का आशीर्वाद प्राप्त किया। मंदिर में संत रविदास जी की मूर्ति पर माल्यार्पण करके उन्हें नमन किया और फिर परिक्रमा की। उन्होंने इस दौरान वहां के गुरुदेव द्वारा दिए गये प्रसाद को भी ग्रहण किया। इसके बाद वह संत रविदास जी की प्रतिमा का अनावरण करने के लिए मन्दिर से निकले।

पीएम को देखने उमड़ा पब्लिक का हुजूम
इस दौरान सड़क के दोनों छोर पर लोगों का जमावड़ा नजर आया। सभी लोग मोदी मोदी के नारे लगते रहे। लोगों ने रस्ते भर अपने अपने छतों व बालकनी से पीएम मोदी पर पुष्पवर्षा की। वहीं पीएम मोदी ने भी हाथ हिलाकर सभी लोगों का अभिवादन स्वीकार किया। इसके बाद वह संत रविदास जी की प्रतिमा स्थल पर पहुंचे। वहां उनहोंने संत रविदास जी की 25 फीट प्रतिमा का अनावरण किया। उन्हें नमन करते हुए प्रतिमा की परिक्रमा की। इस दौरान उनके साथ सीएम योगी भी मौजूद रहे। प्रतिमा का अनावरण करने के बाद पीएम नरेन्द्र मोदी करखियांव स्थित जनसभा स्थल के लिए रवाना हो गये।
जनसभा स्थल पर सबसे पहले पीएम मोदी ने संत रविदास जी के चित्र पर पुष्प अर्पित किया और वहीं सीएम योगी ने भी संत रविदास जी को पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। सबसे पहले मंच पर प्रधानमंत्री का भव्य स्वागत किया गया। स्वागत की कड़ी में ट्रस्ट के जनरल सेक्रेट्री सतपाल हीरा ने पीएम मोदी को अंगवस्त्रम पहनाया और साथ ही गुरु दरबार की ओर से उन्हें स्मृति चिन्ह देकर उनका सम्मान किया। इसके बाद सीएम योगी को भी जनरल सेक्रेट्री सतपाल हीरा ने अंग्वात्रम पहनाकर और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।

संत रविदास ने आजादी का महत्व बताया: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि रविदास जी ने समाज को आजादी का महत्व बताया था और सामाजिक विभाजन को पाटने का भी काम किया। उन्होंने ऊँच नीच, छुआछूत, भेदभाव जैसे सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ आवाज उठाई। भारत का इतिहास रहा है कि जब भी देश को ज़रूरत हुई है, कोई ना कोई संत, ऋषि महान विभूति भारत में जन्म लेते हैं। संत रविदास जी उसी भक्ति आंदोलन के महान संत थे, जिन्होंने कमजोर और विभाजित हो चुके भारत को नई ऊर्जा दी थी।
पीएम ने कहा कि आज मुझे संत रविदास जी की नई प्रतिमा के लोकार्पण का भी सौभाग्य मिला है। मैंने संत रविदास म्यूजियम के आधारशिला भी रखी है। मैं आप सभी को विकास कार्य की बहुत-बहुत बधाई देता हूं। यहां का सांसद होने के नाते मेरी विशेष जिम्मेदारी भी बनती है कि मैं बनारस में आप सबका स्वागत भी कर सकूं और आप सब की सुविधाओं का खास ख्याल भी रखूं। मुझे खुशी है कि संत रविदास की जयंती पर मुझे इन दायित्वों को पूरा करने का अवसर मिला है।

संत रविदास के विचारों को आगे बढ़ा रही भाजपा: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि आज हमारी सरकार रविदास जी के विचारों को ही आगे बढ़ा रही है। भाजपा सरकार सबकी है, भाजपा सरकार की योजनाएं सबके लिए हैं। ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ यह मंत्र आज 140 करोड़ देशवासियों से जोड़ने का मंत्र भी बन गया है। समानता वंचित समाज को प्राथमिकता देने से ही आती है। इसलिए जो लोग वर्ग विकास की धारा से दूर रह गए, पिछले 10 वर्षों में उनका ध्यान में रखकर ही काम हुआ है।
मोदी ने कहा कि पहले जिस गरीब को आखिरी समझा जाता था, आज सबसे बड़ी योजनाएं उनके लिए बनी है। आज देश के हर दलित को हर पिछड़े को एक और बात ध्यान में रखनी है, हमारे देश में जाति के नाम पर उकसाने और उन्हें लड़ाने में भरोसा रखने वाले इंडी गठबंधन के लोग दलित वंचित के हित की योजनाओं का विरोध करते हैं, जाति की भलाई के नाम पर यह लोग अपने परिवार के स्वार्थ के राजनीति करते हैं।