- पहले भी कर चुका है आत्महत्या का प्रयास
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के डालमिया हॉस्टल में रहने वाले एमएससी लास्ट ईयर के स्टूडेंट आशीष कुमार नामदेव (26 वर्ष) ने कीटनाशक पीकर जान दे दी. प्रॉक्टोरियल बोर्ड की सूचना पर पहुंची लंका थाने की पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया. छात्र के इस आत्मघाती कदम से हॉस्टल समेत पूरे कैंपस में सन्नाटा पसरा हुआ है.
परिजनों और विश्वविद्यालय प्रशासन के अनुसार, आशीष डिप्रेशन में जी रहा था और उसका ईलाज चल रहा था. बुधवार को एक कोचिंग में बतौर टीचर सिलेक्शन न होने के कारण वह और ज्यादा डिस्टर्ब हो गया था. इससे पहले वह वर्ष 2017 में कोटा में मेडिकल एंट्रेंस की तैयारी के दौरान असफलता मिलने के कारण भी उसने सुसाइड करने की कोशिश की थी.

जानकारी के मुताबिक, मध्य प्रदेश के रीवा जिले की मऊगंज तहसील के झऊरा सगरा गांव के निवासी कृष नारायण नामदेव के तीन बेटों में आशीष सबसे छोटा था. आशीष ने बीएचयू के साइंस फैकल्टी के केमिस्ट्री डिपार्टमेंट में वर्ष 2021 में एडमिशन लिया था. आशीष डालमिया हॉस्टल के कमरा नं० 91 में रहता था.
बुधवार को कमरे से बाहर ही नहीं निकला
हॉस्टल के अन्य छात्रों के अनुसार, बुधवार की दोपहर आशीष अपने कमरे में बिस्तर पर अचेत अवस्था में पड़ा हुआ था. उसके रूम का दरवाजा खुला हुआ था. आशीष के शरीर का रंग हरा पड़ गया था. जिसके बाद स्टूडेंट्स को कुछ डाउट हुए. अनहोनी की आशंका में उसे बीएचयू के सरसुंदरलाल हॉस्पिटल के आईसीयू में एडमिट किया गया. जहां ईलाज के दौरान ही उसकी मौत हो गई.
इस संबंध ए एसीपी भेलुपुर प्रवीण कुमार सिंह ने बताया की छात्र डिप्रेशन में था. वह पहले भी आत्महत्या का प्रयास कर चुका था. बीएचयू में ही एक मनोचिकित्सक की देखरेख में उसका ईलाज चल रहा था. पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया है.