उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव अपने दो दिवसीय दौरे पर वाराणसी में है। दौरे के दूसरे दिन शुक्रवार की सुबह उन्होंने बाबा श्री काशी विश्वनाथ का दर्शन-पूजन किया। इसके बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए केंद्र सरकार व प्रदेश की योगी सरकार पर जमकर हमला बोला। अखिलेश यादव ने कहा कि मैंने बाबा विश्वनाथ से वोट नहीं मांगा, बीजेपी वाले वोट मांगते हैं। मैंने बाबा से मांगा कि जनता के लिए अच्छा रास्ता खुले, क्योंकि हमारा देश दुनिया में बहुत पिछड़ रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा से ज्यादा नकलची और झूठा कोई नहीं। उन्होंने कि 2024 में भाजपा की सरकार जाएगी।
सवाल इंवेस्टमेंट मीट से नौकरी रोजगार का है
अखिलेश ने कहा कि ये लोग दुनिया के हर देशों में इन्वेस्टमेंट के लिए झोला लेकर जा रहे और कह रहें हमें इंवेस्टमेंट दिजिए। दुनिया ऐसी बने कि आप के लोगों को भी मौका मिले। सवाल इंवेस्टमेंट मीट से नौकरी रोजगार का है। ये जो इंवेस्टमेंट इसमें ये इन्सेंटिव क्या देंगे, जो कराखान उद्योग लगाने आ रहे है आखिर उन्हें क्या मिलेगा, जबतक आप जमान नहीं देंगे पानी नहीं देंगे, बिजली नहीं देंगे टैक्स में सहूलियत ननहीं देंगे। या कोई इंस्टेविव नहीं देंगे उन्हें क्या मिलेगा। वो मध्य प्रदेश, गुजरात वेस्ट बंगाल में इंवेस्ट कर देंगे। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री के सामने दिल्ली वाले लोगों ने बड़ी परेशानी पैदा कर दी है। माहौल से कोई कारोबार आएगा।

मुख्यमंत्री पर साधा निशाना
उन्होंने आगे कहा कि लोकभवन समाजवादियों ने बनवाया हो , वहां पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी को अकेला खड़ा कर दिया है। जो इंटरनेशल स्टेडियम बनवाया वो भगवान विष्णु के नाम पर था, वहां आपने प्रधनमंत्री का नाम जोड़ दिया हमें इसपर कोई आपत्ति नहीं, लेकिन आपको शपथ करने के लिए भी कोई ऐसा स्थान नहीं मिला जहां आप शपथ ले सकते थे, आपको उसी स्टेडियम में आना पड़ा। अभी आपने देखा होगा हमारे मुख्यमंत्री योगी जी किस तरह से हाथ हिलाते हुए जा रहे थे ऐसा लग रहा जैसे ये क्रिकेट के बहुत पुराने रिटायर्ड खिलाड़ी है। उन्होंने कहा अरे कोई बल्ला उन्हें दे दो बॅाल हमें दे दो, फिर देखिए अगर बीच का स्टंप न उड़ा दे तो कहिएगा।
बेरोजगारी और महंगाई का जवाब नहीं दे सकती बीजेपी
वहीं पत्रकारों ने सवाल किया कि राम के बाद लक्ष्मण पर भी आपत्ति हो गई, इसपर अखिलेश ने कहा हम तो राम लक्ष्मण जितने भगवान है सबको पूजते है। उन्होंने कहा कि इस देश की पहचान भाईचारा है और दुनिया इस देश को मानती है कि यहां मिली जुली संस्कृति रहती है यहां सब मिलकर रहते है। अगर हमारी वो पहचान रहेगी तो देश-समाज आगे बढ़ेगा। अगर कोई गंगा-जमुनी तहजीब को छेस पहुंचाता है तो हमारा समाज आगे नहीं बढ़ सकता और इसलिए बेरोजगारी है महंगाई है। बीजेपी के लोग बेरोजगारी और महंगाई का जवाब नहीं दे सकते है।
वहीं स्वामी प्रसाद मौर्या पर दिए गए बयान को लेकर उन्होंने कहा कि धर्म जैसा है उसे सभी को स्वीकार करना पड़ता है, इसपर कोई टिप्पणी नहीं कर सकता।
काशी विश्वनाथ धाम में किया दर्शन-पूजन
पूर्व मुख्यमंत्री और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव वाराणसी दौरे के दूसरे दिन श्री काशी विश्वनाथ दरबार पहुंचे। जहां उन्होंने बाबा का दर्शन-पूजन कर आशीर्वाद लिया।
इससे पूर्व उन्होंने संकटमोचन मंदिर में दर्शन पूजन किया। इसके बाद वापस लौटते समय काशी की मशहूर पप्पू की चाय की दुकान पहुंचे। यहां उन्होंने स्पेशल चाय पी और पूछा ‘चाय में हींग नहीं डालते क्या ? इस दौरान समर्थकों और कार्यकर्ताओं ने उनके साथ सेल्फी भी ली।
कचौड़ी और लस्सी का चखा स्वाद
इस दौरान हजारों की संख्या में कार्यकर्ता सड़क पर मौजूद रहे और दुकान के अंदर भी युवा और कार्यकर्ता उनके साथ सेल्फी लेते रहे जिन्हे अखिलेश ने मना भी किया। यहां से निकलने पर कार्यकर्ताओं के हुजूम ने कुछ देर तक अखिलेश वहीँ खड़े हो गए, जिसके बाद कार्यकर्ताओं ने जमकर सेल्फी ली।
बता दें कि काशी विश्वनाथ के दर्शन के बाद अखिलेश यादव ने बनारसी की फेमस पूड़ी-कचौड़ी और लस्सी का भी स्वाद चखा। सबसे पहले रामभंडार में कचौड़ी खाए फिर राजराम लस्सी वाले के यहां लस्सी का आनंद लिया। इसके बाद गोपाल चाट भंडार छोटी कचौड़ी का स्वाद लिया और सत्यनारायण मिष्ठान भंडार वाले के यहां मालपुआ और चौक द्वारिकापुरी वाल के यहां मलइयो भी खाई।

