Varanasi: वाराणसी के जैतपुरा थाना क्षेत्र के मनहर हाफिज रहमान बाबा इलाके में एक युवक की हत्या और उसके शव को चंदौली में फेंके जाने के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने इस कांड में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। डीसीपी काशी जोन, गौरव बंशवाल ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि यह गिरफ्तारी पुलिस की सघन जांच और साक्ष्यों के आधार पर संभव हुई।
पुलिस ने वाराणसी से चंदौली तक लगभग 130 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की बारीकी से जांच की। इसके अलावा, कई अस्पतालों में पूछताछ की गई, जिसके बाद आरोपियों तक पहुंचा गया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों, सऊद कुरैशी, आकिब जावेद, और गुलशार ने पुलिस के समक्ष यह स्वीकार किया कि उन्होंने मोहम्मद शाहिद को चोरी के शक में बेरहमी से पीटा था। सीसीटीवी फुटेज से यह भी स्पष्ट हुआ कि शाहिद के साथ बहुत क्रूरता से मारपीट की गई थी। पुलिस ने आरोपियों को संबंधित धाराओं में जेल भेज दिया है और मामले की जांच जारी है।
Varanasi: 17 सितंबर को दर्ज की गई थी गुमशुदगी की रिपोर्ट
डीसीपी गौरव बंशवाल ने बताया कि 17 सितंबर को आदमपुर निवासी राजू ने अपने भाई मोहम्मद शाहिद (32) की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। राजू ने पुलिस को बताया कि उसका भाई मजदूरी के लिए घर से निकला था, लेकिन वापस नहीं लौटा। उसी दिन, किसी अज्ञात व्यक्ति ने राजू को फोन कर सूचना दी कि मनहर, हाफिज रहमान बाबा क्षेत्र में उसके भाई को बुरी तरह पीटा गया है। इस सूचना के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और सीसीटीवी फुटेज को खंगालना शुरू किया।
सीसीटीवी फुटेज से हुई संदिग्धों की पहचान
डीसीपी ने बताया कि थाना प्रभारी बृजेश मिश्रा के नेतृत्व में पुलिस टीम ने जैतपुरा, आदमपुर और चंदौली तक के 130 से अधिक सीसीटीवी फुटेज की जांच की। जांच के दौरान तीन संदिग्धों की पहचान हुई, जो फुटेज में मोहम्मद शाहिद के साथ बेरहमी से मारपीट करते हुए दिखे। अगली सुबह, आरोपी शाहिद को एक ऑटो में लादकर चंदौली के सकलडीहा-अलीनगर मार्ग पर ले गए और वहीं उसका शव फेंककर फरार हो गए।
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इलाज के बहाने शव को सुनसान जगह छोड़ा
थाना प्रभारी बृजेश मिश्रा ने बताया कि आरोपियों ने शाहिद को टोटो चोर समझकर बुरी तरह पीटा और उसे गंभीर हालत में छोड़ दिया। अगली सुबह, वे ऑटो लेकर आए और इलाज का बहाना बनाकर उसे चंदौली के एक सुनसान इलाके में फेंक दिया। आरोपियों ने यह दावा किया कि उन्हें अंदाजा नहीं था कि शाहिद की मौत हो जाएगी। फिलहाल, पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और मामले की जांच आगे बढ़ा रही है।