Varanasi: कोरोना महामारी के दौरान लॉकडाउन में फंसे लोगों को पैसे कमाने का लालच देकर शेयर मार्केट में निवेश करवाने के आरोप में 3.7 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। वेंगेटम सिक्योरिटी प्राइवेट लिमिटेड के अभिनंदन जैन सहित पांच आरोपियों के खिलाफ चार पीड़ितों ने मामला दर्ज कराया है। हालांकि, विवेचना से असंतुष्ट इन चारों पीड़ितों ने ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर डॉ. के. एजिलरसन से शिकायत की है।
पीड़ितों का आरोप है कि मामले में मुख्य आरोपी अभिनंदन जैन के घर पर कुर्की की नोटिस चस्पा होने के बावजूद विवेचक ने उसकी पहचान को केस से हटा दिया है। ज्वाइंट सीपी ने जांच के बाद उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है और इस मामले की जांच अपर पुलिस आयुक्त एस चन्नप्पा को सौंपी गई है।
Varanasi:: ये है पूरा मामला
इंदौर की निवासी नीलोफर ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान उन्होंने टेलीकॉम सेक्टर की नौकरी छोड़कर 40 लाख रुपये शेयर मार्केट में निवेश किए। यह राशि उन्होंने भेलूपुर क्षेत्र के सरायसुर्जन में स्थित अभिनंदन जैन की वेंगेटम सिक्योरिटी प्राइवेट लिमिटेड में लगाई थी। नीलोफर का आरोप है कि अभिनंदन ने सारा पैसा हड़प लिया।
नीलोफर ने बताया कि उन्होंने मुकदमा दर्ज कराया था, जिसमें अभिनंदन जैन, देवाशीष, आद्या सिंह और पूजा अग्रवाल के नाम शामिल थे। सभी आरोपित जेल में हैं, लेकिन मुख्य अभियुक्त अभिनंदन की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है, जबकि उसके खिलाफ पहले से छह मामले दर्ज हैं।
भोपाल के निवासी अविनाश ने भी आरोप लगाया कि अभिनंदन और उसके साथियों ने उनके दो करोड़ रुपये हड़प लिए। इसी प्रकार कमच्छा निवासी आयुष भार्गव ने भी 35 लाख रुपये की धोखाधड़ी का शिकार होने का दावा किया है।
ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर डॉ. के. एजिलरसन ने पीड़ितों की शिकायतें सुनने के बाद इस मामले की जांच अपर पुलिस आयुक्त एस चन्नप्पा को सौंप दी है। उनकी जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।