Varanasi: रोहनिया थाना क्षेत्र के रामपुर देवनगर कॉलोनी में एक निर्माणाधीन मकान में हत्यारोपी राजेंद्र गुप्ता की लाश संदिग्ध परिस्थितियों में पाई गई। पहले से हत्या के आरोपों से घिरे राजेंद्र की मौत ने पुलिस के सामने एक नई चुनौती खड़ी कर दी है।
मंगलवार सुबह राजेंद्र गुप्ता पर अपनी पत्नी नीतू गुप्ता, बेटे नवनेंद्र और सुभेंद्र, और बेटी गौरांग की गोली मारकर हत्या करने का आरोप लगा। इस खबर ने सनसनी फैला दी, और पुलिस की टीम जांच में जुट गई। इसी दौरान दोपहर करीब 1 बजे, राजेंद्र गुप्ता की लाश उसी के निर्माणाधीन मकान में मिली। मच्छरदानी के भीतर चार गोलियों से घायल पड़ी उसकी लाश की खबर ने मामले को और जटिल बना दिया।

घटनास्थल पर पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल, संयुक्त पुलिस आयुक्त डॉ. के एजीलरसन, डीसीपी वरुणा जोन चंद्रकांत मीणा, और एडीसीपी सर्वणन टी सहित आला अधिकारी पहुंचे और गहन जांच शुरू की। बावजूद इसके, घंटों की छानबीन में कोई ठोस सबूत नहीं मिला, जिससे यह स्पष्ट हो सके कि यह हत्या थी या आत्महत्या। पुलिस फिलहाल हर पहलू से मामले की जांच कर रही है, लेकिन अधिकारी फिलहाल किसी निष्कर्ष पर पहुँचने से बच रहे हैं।

Varanasi: फॉरेंसिक टीम ने जुटाए साक्ष्य
घटनास्थल पर फॉरेंसिक टीम और शाम करीब साढ़े पांच बजे डॉग स्क्वॉड की टीम भी पहुंची, लेकिन मौत के पीछे का रहस्य बरकरार है।

स्थानीय लोगों ने बताया कि मकान का निर्माण चार-पांच वर्षों से चल रहा था, लेकिन इसमें रुकावटें आती रहती थीं। इस मकान के बगल में एक अन्य अधनिर्मित मकान पर “एसपी पुलिस” और “विकास तिवारी” लिखा हुआ है, और पास में ही एक स्कूटी और झोपड़ी भी पाई गई, जिसमें भी “पुलिस” लिखा है। पुलिस ने घटनास्थल को पूरी तरह घेर लिया है, और घटना की गंभीरता को देखते हुए सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।