Varanasi: गंगा किनारे वाराणसी में साइबेरियन पक्षियों का आगमन शुरू हो गया है, जो सैलानियों के लिए आकर्षण का मुख्य केंद्र बन गए हैं। इन खूबसूरत प्रवासी पक्षियों के संरक्षण के लिए वन विभाग ने कड़े कदम उठाए हैं। विभाग ने शिकार और हानिकारक खाद्य पदार्थ, जैसे ब्रेड, नमकीन और लाई, खिलाने से रोकने के लिए विशेष निगरानी टीम का गठन किया है। पक्षियों को नुकसान पहुंचाने वालों पर कानूनी कार्रवाई के साथ जेल तक की सजा का प्रावधान है।
Varanasi: गलत भोजन इन पक्षियों के लिए जानलेवा
प्रभागीय वनाधिकारी प्रवीण खरे ने जानकारी दी कि लोगों को जागरूक करने के लिए एक अभियान चलाया जा रहा है। इसमें यह समझाया जा रहा है कि गलत भोजन इन पक्षियों के लिए जानलेवा साबित हो सकता है। दिसंबर के अंत और जनवरी (Varanasi) की शुरुआत में इन पक्षियों की संख्या में बढ़ोतरी की संभावना है।

पक्षी विशेषज्ञ सुरेश्वर त्रिपाठी ने बताया कि रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण इन पक्षियों के प्रवास पर असर पड़ा है। भारत में साइबेरिया (Varanasi) की तुलना में ठंड कम होने के कारण कई पक्षी यहां प्रजनन के लिए आते हैं।
प्रवासी पक्षियों की सुरक्षा और इनका मनोहारी दृश्य बनाए रखने के लिए वन विभाग ने सतर्कता बढ़ा दी है। नागरिकों (Varanasi) से अपील की गई है कि वे इन पक्षियों के संरक्षण में सहयोग करें ताकि इनका प्राकृतिक आवास सुरक्षित रहे और वाराणसी की यह खूबसूरत परंपरा बनी रहे।
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