- छात्र अदालत में तीन जज रहेंगे, वक्फ बोर्ड के कब्जे की जमीनों का कागज देखेंगे
- छात्र अदालत बिना कागज देखे किसी मस्जिद और मजार को क्लीन चिट नहीं देगा
- जिसका कागज नहीं, उस पर छात्रों का कब्जा रहेगा
- केवल यूपी कॉलेज नहीं, कॉलेज के 3 किलोमीटर की परिधि में पड़ने वाले मस्जिदों और मजारों का कागज दिखाना पड़ेगा
- छात्र अदालत की नोटिस का जबाव नहीं दिया तो वक्फ बोर्ड का बोर्ड उतर जाएगा
- छात्र अदालत का मकसद काशी में वक्फ बोर्ड द्वारा कब्जाई गयी भूमि को मुक्त कराना है
वाराणसी। छात्रों से पंगा लेना वक्फ बोर्ड को कितना भारी पड़ेगा यह कभी किसी ने सोचा भी नही होगा। यूपी कॉलेज की जमीन को कब्जाने की नीयत से पहले मजार और बाद में मस्जिद का निर्माण कराकर, जुमे के दिन नमाजियों को बुलाकर अपनी ताकत का प्रदर्शन करना वक्फ बोर्ड को भारी पड़ गया। नाराज छात्रों ने यूपी कॉलेज के अंदर किसी भी बाहरी के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने और वक्फ बोर्ड की बदनीयती के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया, पुलिस ने गिरफ्तार कर शांति बनाई, लेकिन छात्र कहा मानने वाले हैं। बड़ी संख्या में आज बनारस के छात्रों का समूह कचहरी चौराहे पर पहुंचा और वहां धरने पर बैठ गया। इनकी मांग थी कि जुमे की नमाज किसी कीमत पर नही होनी चाहिए। वक्फ बोर्ड द्वारा कब्जा की गई जमीन का मालिकाना हक मिले और 5000 साल से बनारस जैसा था वैसी ही संस्कृति दिखे।
छात्रों ने वक्फ बोर्ड की मनमानी और अवैध कब्जे से बनारस की संस्कृति को मुक्त कराने के लिए “छात्र अदालत” की घोषणा की। छात्र अदालत में तीन जज बनाये गए, जो बनारस की जमीन पर वक्फ बोर्ड के कब्जे की जांच करेंगे और मुक्त कराएंगे। तीन जजों में युवा परिषद के प्रदेश प्रमुख विवेकानंद सिंह, छात्रसंघ अध्यक्ष सुधीर सिंह, शिवम सिंह बाबू मनोनीत किये गए। छात्र अदालत के पैरोकारों ने वक्फ बोर्ड की मनमानी और अवैध कब्जे का मामला उठाया। तीनों छात्र जजो ने सर्वसम्मति से वक्फ बोर्ड को 11 बिंदुओं का नोटिस भेजकर 15 दिनों के अंदर जबाव मांगा। अदालत ने यह आदेश दिया कि वक्फ बोर्ड अपने कागज, खतौनी, दान में मिली जमीन का कागज लेकर आये और अदालत को दिखाए।

1. वक्फ बोर्ड ने बनारस की कितनी जमीनो पर अपना कब्जा दिखाया है। इसका कागज कहाँ है।
2. सड़क पर मजार क्यो बनाकर अतिक्रमण किया गया।
3. सर्किट हाउस में मजार कब बनी, किसजी है। इनका सिजरा उपलब्ध कराए। कही ये अरब या टर्की के हमलावर तो नही रहे।
4. यूपी कालेज के 3 किलोमीटर की परिधि में जितने भी मस्जिद और मजार है उनके मुतवल्ली , इमाम, और प्रबंधक समिति का नाम, नम्बर और नागरिकता का विवरण दे।
5. मजार किसकी है, उनकी नागरिकता क्या थी ?
6. विदेशी मुस्लिम हमलावरों जो बनारस ओर आक्रमण किये थे, यही के लोगो का कत्लेआम किये। उनकी कितनी कब्रे है और उनको महिमामण्डित किया जा रहा है।
7. मजारों और मस्जिदों का पैसा कहा से आता है। अब तक किये गए खर्च का विवरण प्रस्तुत करे।
8. किन हिन्दू मंदिरों को तोड़कर आक्रमणकारियों ने मस्जिदे बनाई है, उनका विवरण।
9. जहां आज मस्जिदे और मजार है वहा का 1 हजार साल पहले का इतिहास क्या था ?
10. जो लोग आज मस्ज़िद और मजारों पर अपना दावा कर रहे है, उनके पूर्वजो का सिजरा और उनका सिलसिला। अरब से आये हो तो उसका पूरा विवरण, कब आये, अरब में किस शहर और गांव के है।
11. मुहम्मद गोरी और बाबर के समय आये और बनारस को लूटा तो उसके परिवार का पूर्ण विवरण।
नोटिस का जबाव नही देने पर सख्त कार्यवाई और तीव्र विरोध के लिए तैयार रहे। छात्र अदालत में पैरवी भी कोई छात्र ही करेंगे।
छात्र अदालत के मनोनीत जज और यूपी कालेज के छात्र संघ अध्यक्ष सुधीर सिंह ने कहा कि हम पर विदेशियों और आक्रमणकारियों के कुकृत्यों को जबरन थोपा जा रहा है। जितने भी मजार है वक्फ बोर्ड बताए न किसकी है, जो कब्र में दफन है उन्होंने कौन से कारनामे किये है। अब तो हर मजार और मस्जिद की जांच होगी कि ये किसकी जमीन को कब्जा करके बनवाया गया है। वक्फ बोर्ड भारत का संगठित भू माफिया है जिसका काम भारत की जमीनों पर कब्जा करके इस्लामी स्टेट बनाना है। अब वक्फ बोर्ड से आर पार की लड़ाई होगी। वक्फ बोर्ड को जितना समय दिया गया है उतने समय मे वक्फ बोर्ड कागज पत्तर तैयार कर ले नही तो छात्रों का कब्जा हो जाएगा।
युवा परिषद के प्रदेश प्रमुख विवेकानंद सिंह ने कहा कि वक्फ बोर्ड को खत्म किया जाए। काशी वक्फ बोर्ड के अत्याचारों से कराह रही है। जिन्होंने हमको लूटा, बनारस को तबाह कर दिया, कभी गजनवी और कभी मुहम्मद गोरी के साथ आये और यही मारे गए, उनकी भी कब्रे यही है, लोग मत्था टेक रहे है। अब बारी आई है कागज दिखाने की। कागज दिखाओ, अपने पूर्वजो का कागज दिखाओ नही तो कब्जा हटाओ। यूपी कालेज राजर्षि के खून से सींचा गया है। वक्फ बोर्ड के दावे को दरकिनार कर दिया गया है। छात्र अदालत अब हर मजार और मस्जिदों की जांच करेगी और अपनी रिपोर्ट सार्वजनिक करेगी। इस मामले में किसी सेकुलर नेता के ज्ञान, भाई चारे के उपदेश की जरूरत नही है।