वाराणसी। यूपी कॉलेज को यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन (यूजीसी) से पीएचडी की मान्यता प्राप्त हो गई है। इस ऐतिहासिक कदम से कॉलेज में नियमित शोध और अनुसंधान गतिविधियों का मार्ग प्रशस्त होगा। इसी शैक्षणिक सत्र से पीएचडी में प्रवेश प्रक्रिया शुरू करने की योजना है।
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ ने जारी की अधिसूचना:
सोमवार को महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ ने अधिसूचना जारी कर इस मान्यता की जानकारी दी। कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो. डीके सिंह ने बताया कि अब शोध से संबंधित सभी प्रक्रियाएं, जैसे शोध निर्देशक की नियुक्ति, प्रवेश परीक्षा, शोध प्रबंध का मूल्यांकन और मौखिकी (वाइवा), कॉलेज स्तर पर ही संपन्न होंगी। इससे पहले, पीएचडी प्रक्रिया विद्यापीठ में पूरी की जाती थी, जबकि यूपी कॉलेज से केवल गाइड का चयन होता था।
विश्वविद्यालय का दर्जा पाने की दिशा में अहम कदम:
यह मान्यता यूपी कॉलेज के लिए विश्वविद्यालय का दर्जा हासिल करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। कॉलेज को यूजीसी रेगुलेशन 2023 के तहत स्वायत्तता के मानकों का पालन करना होगा। इसके साथ ही, प्रोफेसरों की संख्या के आधार पर पीएचडी सीटों का निर्धारण होगा।
शैक्षिक और शोध स्तर में सुधार की उम्मीद:
इस पहल से कॉलेज के शैक्षिक और शोध स्तर में उल्लेखनीय सुधार होगा। क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर शोधकर्ताओं को आकर्षित करने में भी यह सक्षम बनेगा। पीएचडी मान्यता मिलने से छात्रों और शिक्षकों के लिए नए अवसर खुलेंगे और संस्थान की प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी।
Highlights
यह मान्यता छात्रों के लिए उच्च स्तरीय शोध करने और शिक्षकों के लिए अपनी अकादमिक क्षमता बढ़ाने का अवसर प्रदान करेगी। साथ ही, कॉलेज को क्षेत्र में शैक्षणिक उत्कृष्टता का केंद्र बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रोत्साहन मिलेगा।