Varanasi: वाराणसी के गायघाट मोहल्ले में मंगलवार दोपहर एक दिल दहला देने वाली घटना हुई। स्थानीय पुजारी अमित शर्मा ने पूजा करते समय मां काली के जयकारे लगाते हुए अचानक चाकू से अपना गला रेत लिया। यह घटना उनके घर के मंदिर में हुई। गंभीर रूप से घायल पुजारी को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस घटना से मोहल्ले में सनसनी फैल गई।
Varanasi: मां काली के जयकारों के बीच हुई घटना
गायघाट निवासी पुजारी अमित शर्मा (42) अपने परिवार के साथ मकान मालिक सूरज प्रसाद मेहरा के घर की दूसरी मंजिल पर रहते थे। मंगलवार को वे मंदिर से लौटने के बाद घर के मंदिर में पूजा कर रहे थे। इस दौरान वे जोर-जोर से “जय मां काली, मां दर्शन दो” के नारे लगाने लगे।
उनकी पत्नी जूली, जो किचन में खाना बना रही थीं, आवाज सुनकर देखने आईं। उन्होंने देखा कि अमित पूजा कर रहे हैं और वापस किचन में चली गईं। लेकिन कुछ देर बाद जयकारों की आवाज चीखों में बदल गई। जब जूली दौड़कर आईं, तो उन्होंने देखा कि पुजारी खून से लथपथ फर्श पर पड़े हैं और पास में खून से सना चाकू रखा है।
अस्पताल में मृत घोषित, परिजन शव लेकर फरार
पत्नी की चीख सुनकर मकान मालिक और अन्य लोग मौके पर पहुंचे। वे पुजारी को मंडलीय अस्पताल कबीरचौरा ले गए, लेकिन डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मौत की खबर सुनकर परिजन रोने लगे। कुछ देर बाद वे स्ट्रेचर से शव उठाकर ऑटो में रखकर कहीं चले गए।
पुलिस जब अस्पताल पहुंची, तो परिजन वहां से जा चुके थे। बाद में पुलिस उनके किराए के घर पहुंची, लेकिन वहां भी कोई नहीं मिला। पुजारी की पत्नी का फोन बंद है, और पुलिस उनकी तलाश कर रही है।
मकान मालिक और पड़ोसियों की प्रतिक्रिया
मकान मालिक सूरज प्रसाद ने बताया कि अमित शर्मा मंदिरों में पूजा-पाठ करते और पर्यटकों को वाराणसी की गलियां और गंगा आरती दिखाते थे। वह कई मंदिरों से जुड़े थे और धार्मिक गतिविधियों में सक्रिय रहते थे।
हालांकि, मोहल्ले के कुछ लोगों का कहना है कि पुजारी तंत्र-मंत्र में भी रुचि रखते थे। घटना को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है। कुछ का मानना है कि परिवार शव को किसी तांत्रिक या गुरु के पास लेकर गया होगा।
पुलिस कर रही जांच
डीसीपी काशी जोन गौरव बंसवाल ने बताया कि गयाघाट में एक व्यक्ति द्वारा खुद का गला रेतने की सूचना मिली है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। एसीपी कोतवाली के नेतृत्व में टीम ने परिवार से संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन अब तक परिजन लापता हैं।
तंत्र-मंत्र का एंगल या मानसिक स्थिति का सवाल?
स्थानीय लोगों का मानना है कि घटना तंत्र-मंत्र से जुड़ी हो सकती है। पुजारी के धार्मिक और तांत्रिक क्रियाकलापों की वजह से यह कदम उठाने की आशंका जताई जा रही है। हालांकि, पुलिस ने मानसिक तनाव और अन्य संभावित कारणों को भी ध्यान में रखते हुए जांच शुरू की है।
Highlights
यह घटना वाराणसी जैसे धार्मिक शहर में चिंता और सवाल खड़े करती है। पुलिस के मुताबिक, पुजारी के परिवार से संपर्क स्थापित होने के बाद ही सच्चाई सामने आ सकेगी।