लखनऊ। मनकामेश्वर मंदिर में महंत देव्यागिरि की अगुआई में चल रहे शिव-पार्वती विवाहोत्सव में महिलाओं ने हल्दी की रस्म अदा की। इसके साथ मंदिर परिसर में नंदी महाराज विधि विधान से स्थापित किए गए। महाशिवरात्रि पर शनिवार को सर्वार्थ सिद्धि योग में शनि प्रदोष व्रत का लाभ मिलेगा। सजधज कर तैयार कई शिवालों के पट शुक्रवार रात 12 बजे से ही दर्शन के लिए खोल दिए गए। देर रात से ही शिव भक्त मंदिरों के दर्शन करने की भीड़ उमड़ पड़ी।

लखनऊ में गोमती नदी के तट पर बने मनकामेश्वर मंदिर में तो महादेव अपने भक्तों की सभी इच्छाएं पूरी करते हैं। गोमती नदी के किनारे विराजमान शिवभगवान के इस मनकामेश्वर मन्दिर का इतिहास रामायण काल का है। बताया जाता है कि मां सीता को वनवास छोड़ने के बाद जब लक्ष्मण अयोध्या वापस जा रहे थे तो उनका मन बहुत खिन्न और विचलित था। उदास मन से लक्ष्मण गोमती तट पर उन्होंने रात भर विश्राम किया और सुबह वहां भगवान शिव की आराधना की जिसके बाद उनके मन को अपार शांति मिली। महंत देव्यागिरी ने बताया कि महाशिवरात्रि पर शनिवार को सर्वार्थ सिद्धि योग में शनि प्रदोष व्रत का लाभ मिलेगा।
sudha jaiswal