Azamgarh: सपा विधायक और पूर्व सांसद रमाकांत यादव पर कानून का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। राज्य अपराध अभिलेख ब्यूरो (उप्र) ने गुरुवार को रमाकांत यादव और उनके 15 सहयोगियों को अंतरराज्यीय गैंग (आईएस-133/2025) के रूप में सूचीबद्ध किया। इन पर हत्या और अपमिश्रित देसी शराब बनाकर लाइसेंसी दुकानों पर बेचने जैसे गंभीर आरोप हैं।
Azamgarh: आरोपों की सूची
आरोप है कि रमाकांत यादव, जो चकगंज अलीशाह सरावां (थाना दीदारगंज) के निवासी हैं, ने अपने गैंग के साथ मिलकर आज़मगढ़, जौनपुर और लखनऊ में आपराधिक गतिविधियों के जरिए धन कमाने के लिए हत्या और अवैध शराब का कारोबार किया।
गैंग के प्रमुख सदस्यों में शामिल हैं:
- रंगेश यादव (परतहिया, थाना खुटहन, जौनपुर)
- सूर्यभान (गुवाई, थाना दीदारगंज)
- पुनित कुमार यादव (चकगंज अली, थाना दीदारगंज)
- रामभोज (समसल्लीपुर, थाना अहरौला)
- अशोक यादव (उतपुर, थाना फूलपुर)
- मोहम्मद फहीम (रूपाईपुर, थाना अहरौला)
- पंकज यादव (चकगंज अली, थाना दीदारगंज)
- मो. नदीम, मो. कलीम, मो. नईम और मो. सलीम (रूपाईपुर, थाना अहरौला)
- सहबाज (माहुल, थाना अहरौला)
- नसीम नेता उर्फ नसीम (रूपाईपुर, थाना अहरौला)
- रवि कुमार क्षत्रि उर्फ राजकुमार (काशीपुर, वाराणसी)
- जोयन्ता कुमार मित्रा (बारानगर, उत्तर 24 परगना, पश्चिम बंगाल)
अपराधों का स्वरूप
इन पर हत्या के अलावा अवैध रूप से अपमिश्रित शराब बनाकर लाइसेंसी दुकानों पर बेचने का गंभीर आरोप है। यह गैंग इन गतिविधियों के जरिए आर्थिक लाभ अर्जित करता रहा है। यह कार्रवाई राज्य अपराध अभिलेख ब्यूरो के विशेष अभियान का हिस्सा है, जो अपराध और गैंगस्टर गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए चलाया जा रहा है।