Varanasi: पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने गुरुवार को विशेष संचालन दल (SOG) को लेकर अहम निर्णय लिया। उन्होंने तत्काल प्रभाव से काशी और गोमती जोन की एसओजी टीमों को भंग कर दिया और नई एसओजी के गठन का निर्देश दिया। इसके साथ ही पुलिस कमिश्नर ने भेलूपुर में सर्राफा व्यापारी लूट केस का सफल अनावरण करने पर एसओजी टीम को सम्मानित किया।
सीपी के नए आदेश के अनुसार, जिले में अब केवल एक ही एसओजी टीम काम करेगी, जो काशी, वरुणा और गोमती जोन की जिम्मेदारी संभालेगी। नई एसओजी टीम को सभी थाना क्षेत्रों में गंभीर अपराधों के खुलासे और निगरानी का दायित्व दिया जाएगा। इसके साथ ही सर्विलांस और अन्य तकनीकी पहलुओं पर यह टीम सक्रिय भूमिका निभाएगी। इस फैसले के बाद पुलिस विभाग में चर्चाओं का दौर तेज हो गया है। वहीं, नई एसओजी टीम के प्रभारी और सदस्यों के नामों को लेकर विचार-विमर्श शुरू हो गया है।

भेलूपुर लूटकांड में SOG की बड़ी कामयाबी
भेलूपुर में सर्राफा कारोबारी और उनके बेटे को गोली मारकर जेवरात लूटने वाले गिरोह की गिरफ्तारी के बाद पुलिस कमिश्नर एसओजी टीम की कार्यशैली से प्रभावित नजर आए। ऑपरेशन चक्रव्यूह के तहत बदमाशों की घेराबंदी कर गिरफ्तारी करने वाली टीम को पुलिस कमिश्नर ने कैंप कार्यालय बुलाकर पुरस्कृत किया।
कमच्छा में हुई इस घटना के पांच आरोपियों को गिरफ्तार करने वाली टीम की सराहना करते हुए एसओजी प्रभारी मनीष मिश्रा को प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिह्न प्रदान किया गया। साथ ही, पूरी टीम को उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी गईं।

पुरानी टीम को मिलेगी नई तैनाती
हालांकि, एसओजी भंग करने के बाद पुरानी टीम के सभी सदस्यों को नई तैनाती दी जाएगी। पुरानी टीम में सब-इंस्पेक्टर मनीष कुमार मिश्रा, गौरव कुमार सिंह और कांस्टेबल विजय शंकर राय सहित अन्य कर्मी शामिल थे।
पुलिस विभाग में नई एसओजी के गठन को लेकर उत्सुकता है। इसके साथ ही, इस फैसले से अपराध नियंत्रण के लिए नई रणनीतियों के क्रियान्वयन की संभावना भी बढ़ गई है।
Comments 1