Varanasi: मकर संक्रांति पर महाकुंभ में स्नान के बाद काशी में श्रद्धालुओं का पलट प्रवाह बुधवार से शुरू हो गया। भोर से ही गंगा घाटों और देवालयों पर लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। गंगा स्नान के बाद बाबा विश्वनाथ धाम और कालभैरव मंदिर में दर्शन-पूजन करते हुए श्रद्धालु “हर हर महादेव” के जयघोष के साथ अपने गंतव्य को रवाना हो रहे हैं।

Varanasi: अधिकारियों ने निरीक्षण कर लिया जायजा
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने व्यापक तैयारियां की हैं। वाराणसी के जिलाधिकारी एस. राजलिंगम, एडिशनल पुलिस कमिश्नर एस. चिन्नप्पा, और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने गोदौलिया, दशाश्वमेध घाट, और बाबा विश्वनाथ कॉरिडोर का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया।

गंगा घाटों और प्रमुख मंदिरों (Varanasi) पर पुलिस बल तैनात है, जबकि गोदौलिया चौराहे और घाटों पर सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन के माध्यम से निगरानी रखी जा रही है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए क्यू लाइन और अन्य व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। प्रशासन ने गंगा में नाव संचालन को भी सुरक्षित बनाने के निर्देश दिए हैं।

अवहेलना पर कड़ी कार्रवाई
एडिशनल पुलिस कमिश्नर एस. चिन्नप्पा ने बताया कि नाविकों को मानक से अधिक सवारी न बैठाने और सुरक्षा कवच का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। निर्देशों की अवहेलना पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बाबा विश्वनाथ धाम और कालभैरव मंदिर में दर्शन के लिए संपूर्ण व्यवस्थाएं लागू हैं। भारी भीड़ के कारण सुरक्षा कर्मियों को भीड़ नियंत्रण में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। श्रद्धालुओं के लिए मंदिर प्रबंधन ने दर्शन प्रक्रिया को सुगम बनाने के विशेष इंतजाम किए हैं।

महाकुंभ 2025 के दूसरे दिन, महाकुंभ स्नान के बाद काशी में 10 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आगमन की संभावना जताई जा रही है। श्रद्धालुओं (Varanasi) का यह सैलाब काशी की धार्मिक और सांस्कृतिक महत्ता को एक बार फिर स्थापित कर रहा है।
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