वाराणसी। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के ‘सच्ची स्वतंत्रता’ वाले बयान पर NSUI (नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया) के छात्रों ने गुरुवार को काशी विद्यापीठ के गेट पर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने भागवत का पोस्टर जलाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने समय रहते हस्तक्षेप कर उन्हें रोक दिया और कुछ प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद गुस्साए छात्रों ने मोहन भागवत के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
NSUI ने भागवत के बयान को बताया संघी विचारधारा
एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष ऋषभ पांडेय ने भागवत के बयान को देश की स्वतंत्रता का अपमान बताते हुए इसे “संघी विचारधारा और गोडसे के अनुयायियों की संकीर्ण मानसिकता” का प्रतीक करार दिया। उन्होंने कहा कि यह बयान 140 करोड़ भारतीयों की भावनाओं को ठेस पहुंचाता है और इसके लिए मोहन भागवत को जनता से माफी मांगनी चाहिए।
प्रमुख नेताओं की भागीदारी
इस विरोध प्रदर्शन में एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष ऋषभ पांडेय के साथ प्रदेश उपाध्यक्ष संदीप पाल, जिलाध्यक्ष शशांक शेखर सिंह, इकाई अध्यक्ष गौतम शर्मा, गौरव पटेल, रोहित सानू, रविकांत शर्मा, प्रकाश पाल सहित कई अन्य नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए।
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छात्रों का संदेश
एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने यह स्पष्ट कर दिया कि वे ऐसे बयानों के खिलाफ खड़े रहेंगे, जो देश की स्वतंत्रता और उसके मूल्यों को अपमानित करते हैं। पुलिस की कार्रवाई के बावजूद उनका विरोध प्रदर्शन चर्चाओं में बना रहा।