महाकुंभ के लिए यात्रियों की भारी भीड़ के चलते दो ट्रेनों में पथराव और तोड़फोड़ की घटनाएं सामने आईं। यात्रियों की अधिक संख्या के कारण ट्रेनों के अंदर पैर रखने की जगह तक नहीं थी। भीड़ से बचने के लिए अंदर बैठे यात्रियों ने गेट बंद कर लिए, जिससे बाहर खड़े लोगों ने गुस्से में आकर पथराव करना शुरू कर दिया।
महाकुंभ: झांसी-फतेहपुर पैसेंजर पर हरपालपुर स्टेशन में पथराव
झांसी से रवाना हुई वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी-फतेहपुर पैसेंजर ट्रेन सोमवार रात 9:53 बजे हरपालपुर स्टेशन पर पहुंची। स्टेशन पर ट्रेन में चढ़ने के लिए सैकड़ों लोग दौड़ पड़े। कोच के अंदर पहले से बैठे यात्रियों ने गेट बंद कर लिए थे। जब बाहर खड़े यात्री गेट खोलने में असफल रहे, तो उन्होंने गुस्से में पत्थरबाजी शुरू कर दी।
पथराव से ट्रेन की कई बोगियों की खिड़कियां और दरवाजे टूट गए। महिलाओं और बच्चों के बीच अफरा-तफरी मच गई। अंदर बैठे यात्री घबराकर खिड़कियां बंद करने की कोशिश करने लगे। हरपालपुर थाना प्रभारी पुष्पक शर्मा ने बताया कि सूचना मिलने पर पुलिस टीम तुरंत मौके पर पहुंची और भीड़ को शांत कर ट्रेन को रवाना किया गया।
अंबेडकर नगर-प्रयागराज एक्सप्रेस पर छतरपुर स्टेशन में हंगामा
इसी तरह की घटना मध्य प्रदेश के छतरपुर रेलवे स्टेशन पर हुई, जब डॉक्टर अंबेडकर नगर-प्रयागराज एक्सप्रेस (14115) रात करीब 12:45 बजे स्टेशन पर पहुंची। ट्रेन में मौजूद यात्रियों ने भारी भीड़ देखकर गेट बंद कर लिए। गेट बंद होने से गुस्साए यात्रियों ने पथराव और पानी की बोतलें फेंकनी शुरू कर दीं।
छतरपुर रेलवे स्टेशन के कर्मचारियों के अनुसार, बाहर खड़े लोग जो कुछ भी हाथ में आ रहा था, फेंक रहे थे। घटना के दौरान आरपीएफ जवान मौके पर मौजूद थे, लेकिन स्थिति को संभालने में असफल रहे। इसके बाद स्थानीय पुलिस को बुलाया गया। पुलिस ने 40 मिनट की मशक्कत के बाद स्थिति को नियंत्रित किया और ट्रेन को आगे रवाना किया।
Highlights
प्रशासन ने दी चेतावनी
इन घटनाओं के बाद रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से संयम बनाए रखने की अपील की है। अधिकारियों ने बताया कि भीड़ को नियंत्रित करने और ऐसी घटनाओं से बचने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाएगी।