Varanasi: महाशिवरात्रि के मद्देनजर प्रशासन पूरी तरह से सतर्क हो गया है। काशी में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को नियंत्रित करने और सुचारू दर्शन व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए प्रशासनिक अधिकारी लगातार रणनीतियां बना रहे हैं। इसी क्रम में सोमवार को मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा, पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल और जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने गोदौलिया क्षेत्र का व्यापक निरीक्षण किया।
अखाड़ों और नागा साधुओं की व्यवस्थाओं पर चर्चा
महाशिवरात्रि पर अखाड़ों, नागा साधुओं और श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या में मौजूदगी को ध्यान में रखते हुए, प्रशासन ने काशी विश्वनाथ मंदिर में सुगम दर्शन की व्यवस्था को लेकर गंभीर विचार-विमर्श किया। अधिकारियों ने मृत्युंजय मठ पहुंचकर पंचनामदस जूना अखाड़े के पीठाधीश्वर, आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरि से मुलाकात की। इस दौरान, अखाड़ों के साधु-संन्यासियों की मंदिर में दर्शन व्यवस्था को लेकर चर्चा की गई। महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरि ने इस अवसर पर अपनी लिखित पुस्तक ‘एटरनल इकोज’ सभी अधिकारियों को भेंट की।

Varanasi: सुचारू दर्शन के लिए विशेष व्यवस्था
मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा ने बताया कि महाशिवरात्रि के दिन सुबह 6 बजे से 9 बजे तक अखाड़ों के पूज्य आचार्य, साधु-संत और नागा साधु गेट नंबर चार से काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करेंगे। इस दौरान घाट से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी लाइनें अलग-अलग निर्धारित की गई हैं, जिससे सुगमता बनी रहे।
अधिकारियों ने एडीएम सिटी आलोक कुमार वर्मा और मंदिर के सीईओ विश्वभूषण को अखाड़ों और श्रद्धालुओं के सुगम दर्शन के लिए बेहतरीन प्रबंधन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इसके अलावा, साधु-संतों और श्रद्धालुओं के लिए अलग-अलग मार्ग तय किए गए हैं ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके।

यातायात और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर दिशा-निर्देश
पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने एडीसीपी ट्रैफिक राजेश कुमार पांडेय को यातायात को सुचारू रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद करने के लिए विभिन्न पुलिस टीमें प्रमुख मार्गों और गलियों में तैनात की जाएंगी।
निरीक्षण के दौरान, अधिकारियों ने दर्शन के लिए कतार में लगे श्रद्धालुओं से बातचीत की और उनकी सुविधा व सुरक्षा को लेकर फीडबैक भी लिया। प्रशासन का पूरा ध्यान यह सुनिश्चित करने पर है कि काशी विश्वनाथ धाम में आने वाले भक्त बिना किसी असुविधा के भगवान शिव के दर्शन कर सकें।