Mahashivratri 2025: महाशिवरात्रि के अवसर पर काशी में अखाड़ों की भव्य पेशवाई (राजसी शोभायात्रा) का आयोजन किया जाएगा। इस दिन सात प्रमुख अखाड़े पांच प्रमुख घाटों से विभिन्न दलों में महादेव के दर्शन के लिए श्री काशी विश्वनाथ मंदिर की ओर प्रस्थान करेंगे। इनमें से दो अखाड़े नावों के माध्यम से, जबकि बाकी अखाड़े पदयात्रा द्वारा मंदिर तक पहुंचेंगे। बग्घियों और घोड़ों पर सवार नागा साधु और संत आचार्य महामंडलेश्वर की अगुवाई में राजसी अंदाज में यात्रा करेंगे।
Mahashivratri 2025: साधु-संत करेंगे भगवान विश्वनाथ का दर्शन-पूजन
पेशवाई का आगाज सुबह 6 बजे सबसे बड़े जूना अखाड़े के साथ होगा, इसके बाद अन्य अखाड़े भी अपनी यात्रा शुरू करेंगे। महानिर्वाणी और अटल अखाड़े की पेशवाई दोपहर 12 बजे से निकलेगी। इस ऐतिहासिक आयोजन में पांच हजार से अधिक साधु-संत भगवान विश्वनाथ का दर्शन और पूजन करेंगे। जूना अखाड़े के पीठाधीश्वर आचार्य स्वामी अवधेशानंद गिरि और अन्य प्रमुख संत इस भव्य शोभायात्रा का हिस्सा बनेंगे।
सुबह 7 बजे से श्री काशी विश्वनाथ मंदिर का प्रवेश गेट नंबर 4 से शुरू होगा। इस यात्रा (Mahashivratri 2025) में रथों, डमरू, बैंडबाजों और गाजे-बाजे की धूमधाम होगी। जूना अखाड़े के साथ निरंजनी, आनंद, अग्नि और आवाहन अखाड़ा हनुमान घाट से यात्रा शुरू करेंगे, और जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष प्रेम गिरि महाराज इसके नेतृत्व में होंगे।
पंचायती अखाड़ा निरंजनी के श्रीमहंत रवींद्र पुरी ने बताया कि इस यात्रा में 500 से अधिक साधु-संत भाग लेंगे। महानिर्वाणी और अटल अखाड़े Mahashivratri 2025की पेशवाई शिवाला घाट से दोपहर 12 बजे निकाली जाएगी। आनंद और अग्नि अखाड़ा अपनी यात्रा नावों के माध्यम से करेंगे, और दशाश्वमेध घाट से यात्रा को गोदौलिया तक ले जाएंगे। इस ऐतिहासिक आयोजन
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