Abhishek Seth
पिछले कुछ महीनों से बॉलीवुड फिल्मों पर बायकाट का संकट मडरा रहा है। फिल्म के अनाउंसमेंट के साथ ही फिल्मों के नाम से सोशल मीडिया पर बायकाट के नारे लगने लगते हैं। नतीजन फिल्म की नैया बीच मझधार में ही डूब जाती है। हाल ही में ओम राउत की फिल्म ‘आदिपुरुष’ पर लगने वाला ग्रहण कुछ महीनों के लिए शांत हो गया है। मेकर्स ने बायकाट का नारा लगते ही इसकी रिलीज़ डेट को कुछ महीने के लिए पोस्टपोन करने का फैसला लिया है। मेकर्स ने अपना बचाव करते हुए कहा कि फिल्म के वीएफएक्स पर अभी कुछ काम शेष है। जिसके लिए उन्हें कुछ समय और लग सकता है।
वैसे यह बायकाट का चलन तो अब आया है, इससे पहले फिल्मों की रिलीज़ रोकने के लिए लोग हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के दरवाजे भी खटखटाते थे। आज हम ऐसी ही कुछ फिल्मों की बात करेंगे, जिस पर राजनीतिक ग्रहण लगा। नतीजन कुछ फ़िल्में देर से रिलीज़ हुईं, तो कुछ फ़िल्में रिलीज़ ही नहीं हो पाईं। आइए जानते हैं उन फिल्मों के बारे में-
द केरल स्टोरी (The Kerala Story)
द केरल स्टोरी का टीज़र रिलीज़ होते ही विवादों में आ गया। मेकर्स ने फिल्म के जरिए दावा किया है कि केरल में 32000 लड़कियों का धर्मांतरण किया गया। जो बाद में आतंकवादी ग्रुप ISIS में शामिल हो गई।
वहीँ तमिलनाडु के एक पत्रकार ने टीज़र देखने के बाद केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन को पत्र लिखा। पत्रकार ने सरकार से फिल्म के निर्देशक को बुलाने और इसकी सच्चाई जांच करने की रिक्वेस्ट की थी। इस मामले में केरल के डीजीपी ने डीजीपी ने तिरुवनंतपुरम के पुलिस आयुक्त को ‘द केरल स्टोरी’ के टीजर पर FIR दर्ज करने का निर्देश दिया। यह FIR सीएम को भेजी गई शिकायत के बाद किया गया है। हाई टेक क्राइम इन्क्वारी सेल ने मामले की प्रारंभिक जांच करते हुए इसकी रिपोर्ट डीजीपी को भेजी है।
PM नरेन्द्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जीवन पर बनी यह फिल्म 2019 लोकसभा चुनावों से कुछ समय पहले रिलीज़ हुई थी। उमंग कुमार निर्देशित इस फिल्म को कांग्रेस व अन्य विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग से रोकने की मांग की थी। जिसके बाद चुनाव आयोग के आदेश पर मेकर्स ने इस फिल्म की रिलीज़ को चुनाव के बाद टाल दिया था। विपक्ष का दावा था कि यह फिल्म प्रधानमंत्री के चरित्र का महिमामंडन करती है। जिसे चुनाव से पहले रिलीज़ करना चुनाव आयोग के नियमों का उल्लंघन होगा।
द ताशकंद फाइल्स (The Tashkent Files)
विवेक अग्निहोत्री की फिल्म द ताशकंद फाइल्स पर भी राजनीतिक ग्रहण लग चुका है। 2019 लोकसभा चुनावों से कुछ समय पहले रिलीज़ हुई यह फिल्म भारत के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के रहस्यमयी मौत पर आधारित थी। इस फिल्म को भी विपक्षी दलों ने रोकने की अपील की थी। लिहाजा यह फिल्म आज तक उत्तर प्रदेश में रिलीज़ नहीं हुई। हालांकि कुछ दिनों बाद इसे ओटीटी प्लेटफार्म Zee5 पर रिलीज़ कर दिया गया था।
NEWS ALERT:
— Vivek Ranjan Agnihotri (@vivekagnihotri) April 10, 2019
Shastri ji’s murder mystery #TheTashketFiles under legal threat by Congressmen.
I appeal to every citizen who wants the truth of Shastri ji’s mysterious death out to support us. https://t.co/67Xsy0X7p9